जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर आरक्षण को लेकर सियासी घमासान
कांग्रेस ने धामी सरकार पर बोला हमला, भाजपा ने किया पलटवार | हाईकोर्ट तक जाएगी कांग्रेस

जन एक्सप्रेस देहरादून। उत्तराखंड में जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर आरक्षण तय होने के बाद सियासत चरम पर है। कांग्रेस और भाजपा के बीच इस मुद्दे को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। कांग्रेस ने आरक्षण में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए भाजपा सरकार को संविधान विरोधी करार दिया है, वहीं भाजपा ने कांग्रेस को उसके पुराने कार्यकाल की याद दिलाते हुए जवाबी हमला किया है।
चुनाव के बाद तय हुआ आरक्षण, कांग्रेस ने बताया असंवैधानिक
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रीतम सिंह ने आरक्षण की नई व्यवस्था पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि चुनाव परिणामों के बाद आरक्षण तय किया गया, जो पूरी तरह संविधान के खिलाफ है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने महिला सीट निर्धारित कर कांग्रेस समर्थित उम्मीदवार को रोकने की साजिश रची है। प्रीतम सिंह ने कहा कि सरकार वर्मा आयोग की रिपोर्ट को दरकिनार कर रही है। कांग्रेस हाईकोर्ट में याचिका दाखिल करेगी और जरूरत पड़ने पर सुप्रीम कोर्ट भी जाएगी। उन्होंने अफसरों को भी चेताया कि सरकार बदली तो जवाबदेही तय की जाएगी।
भाजपा ने दी नसीहत, बोले—आरक्षण नियमों के तहत तय हुआ
भाजपा नेता मधु चौहान ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस को लोकतंत्र की दुहाई देने से पहले अपने इतिहास पर नजर डालनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि जब प्रीतम सिंह पंचायतीराज मंत्री थे, तब उन्होंने अपने राजनीतिक लाभ के लिए आरक्षण में हेरफेर किया। मधु ने कहा कि भाजपा 50 फीसदी आरक्षण नीति का पालन कर रही है, और छह सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित करना नियमानुसार है। कोर्ट का निर्णय सभी पर मान्य होगा।
सहसपुर में टाई का मामला अब भी अधर में
सहसपुर के ग्राम पंचायत भगवंतपुर वार्ड नंबर 5 में जिला पंचायत सदस्य पद के चुनाव में दिलचस्प स्थिति देखने को मिली। उम्मीदवार प्रवीण कुमार और संजीत शर्मा को 47-47 वोट मिले, लेकिन एक वोट को अमान्य कर परिणाम रोक दिया गया है। प्रवीण कुमार ने डीएम कार्यालय पहुंचकर आपत्ति दर्ज कराई और सीडीओ हिमांशु शाह को बताया कि जिस वोट को अमान्य किया गया है, उसमें उनके नाम के आगे मोहर स्पष्ट लगी है।
युवाओं की धमक, दस सदस्य 40 से कम उम्र के
इस बार जिला पंचायत सदस्य चुनाव में युवाओं का दबदबा साफ नजर आया। कुल सदस्यों में से दस सदस्य 40 वर्ष से कम उम्र के हैं। सबसे कम उम्र की सदस्य 28 वर्षीय कंचन और 29 वर्षीय अमिता राज हैं। वहीं, सर्वाधिक उम्र वाले सदस्य 68 वर्षीय केसर सिंह हैं। मतदाताओं ने इस बार युवाओं पर भरोसा जताकर पंचायत में नई ऊर्जा के संकेत दिए हैं।