खुफिया एजेंसियों की “मिर्ज़ा” के खिलाफ जांच की शुरुआत
खनन पट्टा और सरकारी कार्यों में हस्तक्षेप का आरोप

जन एक्सप्रेस/लखनऊ। खुफिया एजेंसियों ने मिर्ज़ा नामक व्यक्ति के खिलाफ जांच शुरू कर दी है, जो खनन पट्टा और अन्य सरकारी कार्यों में हस्तक्षेप करता था।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, मिर्ज़ा निलंबित आईएएस अधिकारी अभिषेक प्रकाश के कार्यकाल के दौरान खनन का काम अपने खास लोगों को दिलवाने में सक्रिय था। इसके अलावा, मिर्ज़ा ने ट्रांसफर-पोस्टिंग के मामले में भी अहम भूमिका निभाई, जिसके चलते कई अधिकारियों की नियुक्तियां और तबादले उसके इशारे पर होते थे।
निलंबित आईएएस अभिषेक प्रकाश के कार्यकाल में मिर्ज़ा का प्रभाव
सूत्रों का कहना है कि मिर्ज़ा का प्रभाव न केवल खनन पट्टों के मामलों में था, बल्कि उसने सरकारी ठेकों और अन्य महत्वपूर्ण कार्यों में भी दखलंदाजी की। निलंबित आईएएस अधिकारी अभिषेक प्रकाश के कार्यकाल में मिर्ज़ा की गतिविधियों में इजाफा हुआ, और उसने अधिकारियों से लेकर खनन व्यवसायियों तक को प्रभावित किया। खुफिया एजेंसियां अब इस पूरे मामले की तहकीकात कर रही हैं और मिर्ज़ा के संबंधों के बारे में गहन जानकारी जुटा रही हैं।
निकांत और मिर्ज़ा के कनेक्शन पर पड़ताल जारी
लखनऊ पुलिस अब मिर्ज़ा और निकांत के बीच संभावित कनेक्शन की जांच कर रही है। जानकारी के अनुसार, दोनों के बीच घनिष्ठ रिश्ते होने के संकेत मिल रहे हैं, जो कि खनन के ठेके और पुलिस अधिकारियों की पोस्टिंग से जुड़े हो सकते हैं। पुलिस के आला अधिकारियों ने मामले की जांच तेज कर दी है और मिर्ज़ा के विभिन्न संबंधों को सामने लाने की कोशिश की जा रही है।