बौखला गया ईरान, इजरायल तबाह नहीं हुआ तो करेगा ये खतरनाक काम!
इजरायल ने पिछले कुछ महीनों में अपने कई दुश्मनों को नेस्तनाबूत कर दिया है। वहीं लेबनान में हिजबुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह को दफनाने के बाद ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने तेहरान की ग्रैंड मस्जिद में लंबा भाषण दिया।
इस भाषण में हजारों की भीड़ के सामने अयातुल्ला अली खामेनेई ने जो बातें कहीं, वो दुनिया के लिए बेहद डरावनी हैं। इसके पीछे की वजह ये है कि खामेनेई ने एक लाइन में साफ कर दिया है कि चाहे कुछ भी हो जाए, वो लेबनान के साथ हैं। साथ ही जरूरत पड़ने पर वो इजराइल के खिलाफ और हमले करने के लिए तैयार हैं। आइए बताते हैं खामेनेई ने अपने भाषण क्या अहम बातें बताई।
युद्ध की आग में जलेगा पूरा मध्य पूर्व
ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई ने अपने भाषण में जो कहा, उससे ऐसा लग रहा है कि अब ये युद्ध सिर्फ इजरायल और ईरान, लेबनान, यमन और गाजा पट्टी के बीच नहीं रहेगा, बल्कि यह युद्ध और बढ़ेगा। दरअसल, खामेनेई ने सभी अरब देशों को एकजुट होने के लिए कहा है। साथ ही अल्लाह के नाम पर कहा है कि अब सभी मुस्लिम देशों को लेबनान के साथ खड़ा होना चाहिए। अगर मुस्लिम देशों ने खामेनेई की बात मान ली तो युद्ध का दायरा इतना बड़ा हो जाएगा कि इसे रोकना नामुमकिन हो जाएगा। इसके अलावा 7 अक्टूबर 2023 को हमास के इजरायल पर हमले को अयातुल्ला अली खामेनेई ने जायज ठहराया है। जिसका सीधा मतलब है कि ईरान चाहता है कि हमास इजरायल पर और हमले करे ताकि इजरायल को चारों तरफ से घेरा जा सके।
ईरान फिर से करेगा हमला
खामेनेई ने कहा है कि अगर जरूरत पड़ी तो वो फिर से इजरायल पर हमला करेगा। अब इस जरूरत का क्या मतलब है, ये भी ईरान ही तय करेगा। उन्होंने अपने पूरे भाषण के दौरान जिस देश का बार-बार जिक्र किया, वो लेबनान है। वहीं अब जब दुनिया का बंटवारा होगा तो वह फिलिस्तीन समर्थकों और इजरायल समर्थकों के बीच नहीं होगा, बल्कि इजरायल समर्थकों और लेबनान समर्थकों के बीच होगा। बता दें कि, अयातुल्ला अली खामेनेई ने अपने भाषण के जरिए ईरान की मंशा साफ कर दी है कि वह अब रुकने वाला नहीं है। साथ ही इस युद्ध में खामेनेई ने पूरी दुनिया के मुसलमानों को अल्लाह के नाम पर एक साथ आने की वकालत की है। जिससे यह आशंका बढ़ गई है कि अगर ऐसा हुआ तो पूरा मध्य पूर्व और पूरा पश्चिम एशिया एक ऐसे युद्ध में फंस जाएगा, जिससे निकल पाना बेहद मुश्किल होगा।