विद्युत उपकेंद्र के ट्रांसफार्मर से तेल चोरी का मामला सामने आया है.

जन एक्सप्रेस/शाहगंज/जौनपुर: शाहगंज 132 केवी पावर हाउस से संचालित होने वाला गुड़बड़ी स्थित विद्युत उपकेंद्र जनमानस में आजकल चर्चा का विषय बना हुआ है, बीते शुक्रवार को अचानक ट्रांसफार्मर से आपूर्ति बंद हो गया। उपकेंद्र पर तैनात कर्मचारियों ने इसकी सूचना अवर अभियंता राजकुमार सिंह को दी। जेई ने मौके पर पहुंचकर आपूर्ति बहाल करने का प्रयास किया लेकिन बिजली दोबारा ट्रिप हो गई। इसके बाद जब उन्होंने ट्रांसफॉर्मर का निरीक्षण किया तो जमीन पर बिखरा तेल देखकर उन्हें चोरी की आशंका हुई।
ट्रांसफार्मर का ऑयल चेक किया गया तो उसमें एक लीटर भी तेल नहीं बचा था जबकि इसकी कुल क्षमता 3680 लीटर होती है। उधर सप्लाई बंद पड़ी थी और इधर तेल गायब हुआ देख सबके होश उड़ गये। मामले की जानकारी तत्काल उच्चाधिकारियों को दी गई।
विद्युत उपकेंद्र के ट्रांसफार्मर से तेल चोरी के मामले में विभागीय लीपापोती शुरू
ट्रांसफार्मर से तेल चोरी मामले में मीडिया कर्मियों के टेलिफोनिक पूछताछ के दौरान दिए गए बयान के बाद जब बारी लिखा पढ़ी कि आई तो अपने ही बयान से विभागीय जिम्मेदार लोग पलट गए, और अज्ञात के खिलाफ पुलिस को तहरीर दे डाली जिसे लेकर लोग आश्चर्यचकित है, उक्त घटना के बाद मामला चर्चा आने पर जब मीडिया कर्मियों ने विभाग से मामले की जानकारी ली तो जहां उस रात ड्यूटी पर तैनात एक एसएसओ समेत दो दिन पहले तक ड्यूटी पर तैनात दूसरे एसएसओ का जिक्र करते हुए उन्हें दोषी ठहराया गया और लगभग 3 लाख रूपये के तेल चोरी का मामला बताया गया, वही जब उच्च अधिकारियों के निर्देश पर लिखा पढ़ी की बारी आई तो पुलिस में दी गई तहरीर में एक अज्ञात का हवाला देते हुए महज 1000 लीटर तेल चोरी का जिक्र किया गया, जबकि प्रथम दृष्टया जांच में पहुंचे अवर अभियंता राजकुमार सिंह की जांच में 3680 लीटर क्षमता वाले उक्त ट्रांसफार्मर में तेल नापा गया तो एक लीटर भी तेल ना बचा होने की बात सामने आई थी.
अब देखना यह होगा गड़बड़ी में गड़बड़ी का जिम्मेदार कौन है,या विभागीय लीपापोती कर मामले को समाप्त कर दिया जाएगा अन्य मामलों की तरह, वैसे शाहगंज बिजली विभाग आजकल अपने क्रियाकलाप से सुर्खियों में है कभी लाइनमैन द्वारा पैसे लेकर लोगो में विद्युत प्रवाह का आरोप लगता है, कभी अधिशासी अभियंता कार्यालय में तैनात विगत महीने बड़े बाबू द्वारा अपने ही अधिशासी अभियंता शाहगंज पर आरोप लगा चुके हैं कि वह बिजली उपभोक्ताओं का बिल रिवीजन कर कम बिल को भी अधिक बनाकर भेजने को कहते है.