
जन एक्सप्रेस ब्यूरो, देहरादून। देहरादून के क्लेमेनटाउन क्षेत्र में मानवता को झकझोर देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक बीसीए छात्रा ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर नवजात बच्ची को लावारिस हालत में छोड़ दिया, और फिर खुद ही चाइल्ड हेल्पलाइन पर कॉल कर इसकी सूचना दी। पुलिस की सतर्कता और त्वरित जांच के चलते, 48 घंटों के भीतर इस रहस्य से पर्दा उठ गया।
क्या है पूरा मामला?
क्लेमेनटाउन थाना क्षेत्र के पंत मार्ग के पीछे गली में एक दो दिन की नवजात बालिका लावारिस हालत में मिली।
स्थानीय पुलिस को चाइल्ड हेल्पलाइन के माध्यम से सूचना मिली, जिसके बाद नवजात को प्राथमिक उपचार हेतु अस्पताल भेजा गया, और फिर उसे शिशु निकेतन केदारपुरम में भर्ती कराया गया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए तत्काल थानाध्यक्ष मोहन सिंह को जांच सौंपी गई। पुलिस ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की, जिसमें रात के समय एक स्कूटी पर सवार लड़का और लड़की को नवजात को छोड़ते देखा गया।
खुद ही किया था कॉल, उसी से हुआ पर्दाफाश
जांच में चौंकाने वाला खुलासा तब हुआ जब नवजात के संबंध में सूचना देने वाले कॉल नंबर की कॉल डिटेल और लोकेशन ट्रेस की गई।
संदेह होने पर जब उस व्यक्ति से सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने स्वीकार किया कि नवजात उसी की प्रेमिका की संतान है, जिसे उन्होंने मिलकर एक निजी अस्पताल में दो जुलाई को जन्म दिया था।
छात्रा और प्रेमी के बीच छह साल से चल रहा था प्रेम संबंध
पुलिस के अनुसार, छात्रा एक निजी कॉलेज में बीसीए की पढ़ाई कर रही है, और उसका प्रेमी पिछले कई वर्षों से उसके संपर्क में था।
गर्भवती होने के बाद जब पारिवारिक व सामाजिक दबाव बढ़ा, तो बिना किसी को बताए उन्होंने बच्ची को जन्म दिया और लावारिस छोड़ने का निर्णय लिया।हालांकि, बच्ची को नुकसान न हो, इसलिए दोनों ने चाइल्ड हेल्पलाइन पर खुद कॉल कर बच्ची की लोकेशन बताई।
अब हो रही है काउंसलिंग, परिवारों को किया गया तलब
पुलिस ने युवक और युवती के परिजनों को थाने बुलाया है, और दोनों की काउंसलिंग कराई जा रही है।
मामले को बेहद संवेदनशील मानते हुए आगे की कार्रवाई चाइल्ड वेलफेयर कमेटी और महिला बाल विकास विभाग के निर्देशों के अनुसार की जाएगी।






