संभल के आरोपितों से जेल में नेताजी की मिलाई, जेलर-डिप्टी जेलर सस्पेंड
बिना पर्ची के कैसे कराई मिलाई, कइयों पर हो सकती है कार्रवाई

जन एक्सप्रेस
संतोष कुमार दीक्षित।हिंसा के बाद संभल इन दिनों चर्चा के केंद्र में है। सपा के कई नेता संभल हिंसा के आरोपियों से जेल में गुपचुप मुलाकात भी कर आए। इन नेताओं की संभल हिंसा के आरोपितों से मुलाकात कराने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। मामले में एक्शन लेत हुए डीजी जेल ने मुरादाबाद जेल के जेलर विक्रम सिंह यादव और डिप्टी जेलर प्रवीण सिंह को सस्पेंड कर दिया है। मुरादाबाद के जेल अधीक्षक के खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन को लिखा गया है।
बता दें कि संभल में जिला जेल नहीं है। लिहाजा हिंसा के आरोपितों को मुरादाबाद जेल में रखा गया है। आरोप है कि मुरादाबाद जेल में बंद संभल हिंसा के पांच आरोपितों से दो दिसंबर को बिना टोकन लिए सपा के पूर्व सांसद और अन्य नेताओं ने मुलाकात की थी। इसके बारे में जब शासन तक शिकायत पहुंची तो तत्काल कार्रवाई को अमल में लाया गया और मुरादाबाद जेल के जेलर विक्रम सिंह यादव और डिप्टी जेलर प्रवीण सिंह को सस्पेंड कर दिया गया।
बगैर पर्ची कराई थी मुलाकात
संभल हिंसा से मिलने पहुंचे सपा प्रतिनिधिमंडल के लिए जेल मैनुअल के हिसाब से पर्ची जारी नहीं की गई थी। माननीयों को बिना पर्ची के ही एंट्री दी गई थी। सीनियर जेल सुपरिटेंडेंट की मानें तो ऐसी परपंरा है कि स्थानीय विधायक या सांसद को जेल विजिट से नहीं रोका जा सकता है।
शासन की पाबंदी के बाद भी जेल में मिले सपा नेता
संभल हिंसा के घायलों और आरोपियों से मिलने पर शासन ने पाबंदी लगा रही है, इसके बावजूद मुरादाबाद जेल में सपा का प्रतिनिधिमंडल मुलाकात करने पहुंचा था। इस मुलाकात के लिए कहीं न कहीं सीनियर अफसर जिम्मेदार हैं। डीएम ने मुरादाबाद से रिपोर्ट तलब की और शासन को भेजी। जिसके बाद जिम्मेदारों पर कार्रवाई की गई।
इन नेताओं ने की आरोपितों से जेल में मुलाकात
जेल में बंद आरोपियों से मिलने वाले सपा नेताओं में विधायक नवाब जान, चौधरी समरपाल सिंह, पूर्व सांसद एसटी हसन के साथ 15 लोग आरोपियों से मिलने पहुंचे थे। मुलाकात के बाद सपा ने एक्स पर फोटो शेयर करते हुए लिखा था,
“समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निर्देश पर मुरादाबाद जिला कारागार में बंद संभल हिंसा के निर्दोष लोगों से समाजवादी पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की और उनका दुख-दर्द जाना”।