महर्षि अरविंद के दर्शन को नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में दी गयी है प्राथमिकता : प्रो. कपिलदेव मिश्रा
लखनऊ । रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. कपिल देव मिश्रा ने कहा कि महर्षि अरविन्द के दर्शन को नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में प्राथमिकता दी गई है। इसके माध्यम से वैश्विक स्तर पर मौजूद समसामयिक चुनौतियों का समाधान संभव है।
उक्त बातें वह बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में भारतीय इतिहास अनुसन्धान परिषद् के सहयोग से चल रहे ‘समसामयिक सन्दर्भ में श्री अरविन्द का शैक्षिक चिंतन एवं राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020’ विषय पर आयोजित संगोष्ठी में शनिवार को कही।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि व रज्जू भइया विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के माध्यम से व्यक्ति के अन्तर्मन का प्रकटीकरण संभव है, क्योंकि यह अतीत व भविष्य के लिए कड़ी की तरह है।
भारतीय इतिहास अनुसन्धान परिषद् के निर्देशक डॉ. ओम जी उपाध्याय ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति को प्राचीन भारत की ओर पुनः वापस लौटने का साधन बताया। इंदिरा गाँधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी नई दिल्ली में शिक्षाशास्त्र विभाग के प्रो० अरविन्द कुमार झा ने अरविन्द घोष व अन्य दार्शनिकों के विचारों से सभी को अवगत कराया।