विदेश

वैगनर के विद्रोह के आगे रूसियों की एकजुटता जीती : पुतिन

मास्को । रूस में वैगनर विद्रोह और उथल-पुथल के बीच राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने देश को संबोधित किया। पुतिन ने कहा कि रूसी एकता जीती और वैगनर का विद्रोह हार गया। उन्होंने कहा कि वैगनर के विद्रोह से पैदा स्थिति से पता चला कि ब्लैकमेल और उथल-पुथल करने वाले विफल ही होंगे।

पुतिन ने कहा कि शनिवार की घटनाओं के दौरान मारे गए वीर पायलटों के साहस और आत्म-बलिदान ने देश को भयानक परिणामों से बचाया। जनता, पार्टियों, धार्मिक संगठनों, पूरे समाज ने संवैधानिक व्यवस्था के समर्थन में कड़ा रुख अपनाया।

रूसियों ने एकजुटता दिखाई, देश के लिए विषम परिस्थितियों में एकजुटता दिखाई। पुतिन ने अपने भाषण में विद्रोहियों को सेना में शामिल होने का ऑफर देते हुए। पुतिन ने कहा कि विद्रोहियों ने जो किया वो देश के साथ गद्दारी थी। देश को बांटने का काम कभी पूरा नहीं होगा। रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि ये लोग रूस की जनता को आपस में लड़ने के लिए मजबूर करना चाहते थे, जो सफल नहीं हो सका।

रूसी राष्ट्रपति ने आगे कहा कि इन विद्रोहियों की गलती माफ करने लायक नहीं है, लेकिन जिन्हें अपनी गलती का एहसास है वो या तो रूसी सेना में अनुबंध के तहत शामिल हो सकते हैं या बेलारूस जा सकते हैं।

पुतिन ने कहा कि विद्रोह करने वाले चाहते थे कि सैनिक एक दूसरे को मारें और यही परिणाम कीव चाहता था। उन्होंने कहा कि वैगनर समुह के बहुमत सैनिक मातृभूमि के देश-भक्त हैं और बुरे कार्यों के लिए उनका इस्तेमाल किया जाने वाला था। पुतिन ने कहा कि इस स्थिति को सुलझाने के लिए मैं बेलारूस के राष्ट्रपति लुकशेंको का आभारी हूं।

इससे पहले रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु निजी सैन्य समूह वैग्नर द्वारा विद्रोह किए जाने और उन्हें हटाने की मांग किए जाने के बाद पहली बार सार्वजनिक रूप से सामने आए। सोमवार को जारी एक वीडियो में वह यूक्रेन में रूसी सैनिकों से मिलते दिखे। इस वीडियो का मकसद देश में कई दशकों के इस सबसे गंभीर राजनीतिक संकट के बाद व्यवस्था बने रहने का संकेत देना है।

लेकिन अब भी उनके, बागी नेता एवगेनी प्रीगोझनि एवं निजी सेना के अस्तित्व के साथ ही यूक्रेन में युद्ध पर प्रभाव और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के राजनीतिक भविष्य को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है।

क्रेमलिन ने कहा कि उसने समझौता किया है जिसके तहत प्रीगोझनि को बेलारूस जाना होगा तथा उन्हें और उनके सैनिकों को क्षमादान मिलेगा।

वैसे तो प्रीगोझनि के ठिकाने के बारे में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है लेकिन एक समाचार चैनल ने टेलीग्राम पर खबर दी कि उन्हें बेलारूस की राजधानी मिंस्क में एक होटल में देखा गया।

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