खाद की दुकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी, कालाबाजारी करने वालों के लाइसेंस हो रहे निलंबित
जन एक्सप्रेस, चित्रकूट: चित्रकूट प्रशासन ने जिले की खाद दुकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी करते हुए उर्वरक वितरण में अनियमितता के खिलाफ कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। जिलाधिकारी की टीम ने सहकारी और निजी दुकानों से 10 नमूने संकलित किए, जिन्हें जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा जाएगा। शुरुआती जांच में नियमों के उल्लंघन के कारण एक विक्रेता का लाइसेंस निलंबित किया गया। प्रशासन का उद्देश्य किसानों को गुणवत्तापूर्ण उर्वरक उपलब्ध कराना सुनिश्चित करना है।
अनियमितता पर लाइसेंस निलंबित
सीतापुर, चित्रकूट स्थित “किसान कृषि सेवा केंद्र” के संचालक गणेश प्रसाद शर्मा का लाइसेंस निलंबित किया गया है। शिकायतें मिली थीं कि वे निर्धारित मूल्य से अधिक पर उर्वरक बेच रहे थे। जांच में उनके अभिलेख अधूरे पाए गए और स्टॉक में गड़बड़ी मिली। उर्वरक नियंत्रण आदेश 1985 के तहत उनके खिलाफ कार्रवाई की गई।
शिकायत दर्ज कराने की सुविधा
किसानों की शिकायतों के निपटारे के लिए कृषि विभाग ने उर्वरक निगरानी प्रकोष्ठ स्थापित किया है। अनियमितता की शिकायतें सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक मोबाइल नंबर 8090846766 और 8299340562 पर दर्ज कराई जा सकती हैं। शिकायतकर्ता का नाम गोपनीय रखा जाएगा, और दोषी विक्रेता पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
पर्याप्त मात्रा में उर्वरक उपलब्ध
प्रशासन ने किसानों को भरोसा दिलाया है कि जिले में उर्वरकों की कोई कमी नहीं है। वर्तमान में 962 मीट्रिक टन डीएपी उपलब्ध है, और जल्द ही इफको डीएपी की नई खेप आने वाली है। किसान भाई अपने आधार कार्ड और खतौनी दिखाकर निर्धारित मूल्य पर उर्वरक खरीद सकते हैं। प्रशासन यह सुनिश्चित कर रहा है कि सभी विक्रेता उचित दरों पर उर्वरक प्रदान करें।