शहीद भगत सिंह तरण ताल के अध्यक्ष मनोनीत किए गए रविंद्र गुप्ता
डॉ मोहम्मद कामरान
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के शहीद भगत सिंह तरण ताल तलैया के कन्हैया रविंद्र गुप्ता की बढ़ती लोकप्रियता और तलैय्या के सदस्यों के प्रति समर्पण, सेवा, निष्ठा,त्याग और लगाव को देखते हुए जन्माष्टमी के पूर्व अवसर पर सभी सदस्यों द्वारा ध्वनिमत से अध्यक्ष पद का कार्यकाल बढ़ाये जाने का प्रस्ताव पारित कर रविंद्र गुप्ता को तैराकी संघ का 5 वर्षों के लिए अध्यक्ष घोषित करके जन्माष्टमी के पर्व का उत्साह और आनंद कई गुना बढ़ा दिया है।
कान्हा की तरह रविन्द्र गुप्ता का व्यवहार निश्छल प्रेम से भरा हुआ है और तैराकी संघ के सदस्यों को किसी छोटे बच्चे की तरह हसाते, उछल कूद करते रहते हैं। कृष्णा सरीखा उनका ये नटखटपन सब को पसंद आता है। जिसके चलते सभी सदस्य उनके दीवाने हो गए और तरण ताल के वयोवृद्ध भी उन्हें बहुत स्नेह करते हुए अपने आशीर्वाद से सिंचित करते रहते हैं। जो लोग भी उनके साथ खेलते हैं, रात्रिकालीन समय व्यतीत करते हैं वो भी उनसे कान्हा की गोपियों की तरह स्नेहभाव दिखाते हैं।
बात चाहे लक्ष्मण की हो या कामरान की तरण ताल का उद्देश्य है सबका साथ सबका विकास और ये तभी संभव है जब रविन्द्र गुप्ता को पांच वर्षीय अध्यक्ष रहने दिया जाए, किसी सियासी चाल का मोहरा न बनने दिया जाए।
जन्माष्टमी पर्व के पावन अवसर पर रविंद्र गुप्ता द्वारा तरण ताल के सभी सदस्यों को बधाई संदेश देते हुए उनके द्वारा जताए गए विश्वास और 5 वर्ष के कार्यकाल बढ़ाये जाने पर हार्दिक आभार प्रकट करते हुए बताया कि एक साधारण सदस्य की भांति सुख दुख में सभी के साथ बराबरी से खड़े दिखाई देंगे और अध्यक्ष पद की गरिमा और महत्व को समझते हुए अपने दायित्व का निर्वहन करते हुए संरक्षक महोदय के दिशा निर्देश में सभी कर्तव्यों का पालन करेंगे।
सचिव विजय द्विवेदी द्वारा रविंद्र गुप्ता को शुभकामनाएं देते हुए उनके व्यक्तित्व का वर्णन कुछ इस तरह से किया गया कि जिस तरह कृष्ण कन्हैया अपनी तमाम लीलाओं से छोटे-बड़े, बच्चे-बूढ़े सभी का मन मोह लेते हैं उसी तरह तलैय्या के शांत जल में अध्यक्ष रविंद्र गुप्ता का आगमन होता है तो शहीद भगत सिंह तरण ताल का पानी भी क्रांतिकारी रूप में हिलोरे मारने लगता है और सभी सदस्य आनंदित होकर ऐसे दिखाई देते हैं जैसे कान्हा के चारों तरफ गोपियों का वास रहता हो।
तैराकी के 56 वें वर्ष में प्रवेश कर रहे प्रदीप गुप्ता द्वारा इतिहास के पन्नों को पलटते हुए पुराने दौर को याद करते हुए कहा गया कि ऐसे अध्यक्ष का चयन किया जाना अत्यंत आनंदित और हर्षो उल्लासित करने वाला दिखाई देता है, तैराकी सीखने में जहां डर और भय दिखता हो वहां अध्यक्ष रविन्द्र गुप्ता की मनमोहक ऊंची ऊंची छलांगे आनंदित करती हैं और नए आगन्तुक सदस्यों में तैराकी को नए शिखर पर ले जाने का भाव जागृत करती हो तो ऐसे में शहीद भगत सिंह तरण ताल के नाम को शिखर की ऊंचाइयों पर ले जाने का कार्य रविंद्र गुप्ता द्वारा जिस तरह किया जा रहा है उससे प्रतीत होता है कि आगामी 5 वर्षों के कार्यकाल में सभी सदस्यों का 56 इंच का गौरवान्वित सीना अध्यक्ष के चयन से खिला खिला नजर आएगा।
प्रदीप गुप्ता द्वारा जन्माष्टमी के पर्व पर तरण ताल को सियासत और सियासी नजरों से दूर रखने हेतु सभी सदस्यों को एकजुटता से रहने का संदेश देते हुए कहा गया कि ‘फिर मूरत से बाहर आकर चारों ओर बिखर जा फिर से दुनिया को कोई मीरा दीवानी दे मौला.’
राष्ट्रपति पदक से सम्मानित क्लब के अति महत्वपूर्ण सदस्य आरिफ ने जन्माष्टमी और अध्यक्ष के कार्यकाल बढ़ाये जाने की बधाई देते हुए सभी सदस्यों के आपसी भाईचारे और मोहब्बत की मिसाल के बारे में बताया कि तरणताल के सदस्यों के बीच न तो कभी कोई सियासत आई है और न ही कभी किसी तरह की मजहब की दीवार आड़े आती है, हमारे लिए अनिल गुप्ता हो या सैनी साहब, टंडन जी हो या जैसवाल, तिवारी हो या पांडे, अर्जुन की तरह खुशियों पर ही सबका निशाना रहता है और खनका का अंदाज ऐसा है कि सब मिलजुल कर खनकाते और खिलखिलाते रहते हैं। इसीलिए जन्माष्टमी का पर्व भी हम सभी मिलकर धूमधाम से मनाते हैं ताकि हमारी आने वाली पीढ़ी हमसे आपसी सौहार्द की सीख ले सके।
‘तू सबका ख़ुदा, सब तुझ पे फ़िदा, अल्ला हो ग़नी, अल्ला हो ग़नी
है कृष्ण कन्हैया, नंद लला, अल्ला हो गनी, अल्ला हो गनी
तालिब है तेरी रहमत का, बन्द-ए नाचीज़ नज़ीर तेरा
तू बहरे करम है नंदलला, ऐ सल्ले अला, अल्ला हो गनी, अल्ला हो गनी ।।।