सरयू के जलस्तर में दर्ज की गई बढ़ोतरी लेकिन स्थिति नियंत्रण में : जिलाधिकारी अविनाश कुमार
नदी लगातार कर रही है कटान
जन एक्सप्रेस /संवाददाता
बाराबंकी। तहसील रामनगर में सरयू नदी की कटान रुकने का नाम नहीं ले रही है। जिससे कुछ लोगों के मकान तेज लहरों में समा गए है तो कुछ अपना आशियाना खुद ही उजाड़ कर सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर गए है। नदी की उफनाती लहरों में हर रोज दर्जनों किसानों की उपजाऊ भूमि फसल समेत नदी में विलीन हो रती है। लेकिन जिले में बाढ़ की स्थिति अभी नियंत्रण में है।
शुक्रवार को ज़िलाधिकारी ने बताया कि जनपद में सरयू के जलस्तर में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। लेकिन स्थिति नियंत्रण में है। बढ़ते जलस्तर को देखते हुए बाढ़ से बचाव एवं राहत कार्यों जुड़े सभी सम्बंधित अधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए है। साथ ही लगातार हो रही वर्षा से उत्पन्न समस्याओं के समाधान एवं बीमारियों के उपचार के लिए आवश्यक निर्देश भी दिए गए है।
उन्होंने बताया कि बाढ़ प्रभावितों को निर्धारित आर्थिक सहायता के लिए औपचारिकताओं को पूर्ण कर शासन से मिलने वाली आर्थिक सहायता को दिलाने के लिए प्रयास किए जा रहे है। साथ ही साफ़ सफ़ाई, फागिंग, दवा छिड़काव आदि के कार्य सुनिश्चित किए जा रहे है।।उप ज़िलाधिकारी रामनगर अनुराग सिंह ने बताया कि शुक्रवार को तहसील रामनगर में सरयू में जलस्तर वृद्धि होने से बाहरी इलाकों में कुछ जलभराव हुआ है।कटान के चलते सरसंडा के पंचायत भवन का बरामदा ध्वस्त हो चुका है। कहीं से जलप्लावन,सर्पदंश या अन्य किसी घटना की सूचना नहीं मिली है। अभी आबादी या घरों में पानी भरने की कोई सूचना नहीं है।
शुक्रवार को प्रभावित क्षेत्रों में 61 लोगों को दवा वितरित की गई। साथ ही 11 पशुओं का भी उपचार किया गया। वहीं 10 पशुओं का टीकाकरण किया गया। अभी यहां 5 नावें संचालित है। नदी अभी खतरे के निशान से नीचे है और आबादी क्षेत्र प्रभावित नहीं है। अभी गांवो में आवागमन भी सामान्य है। नदी में अब तक 17 झोपड़ियां 14 पक्के व 1 कच्चा मकान सहित प्राथमिक विद्यालय खुज्जी व पंचायत भवन सरसंडा नदी में समाहित हो चुका है।
नुकसान का आकलन कर ऑनलाइन प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। बहुत जल्द सभी पीड़ितों के खाते में धनराशि पहुंच जाएगी। विद्यालय व पंचायत भवन का निर्माण नदी में पानी कम होने पर सुरक्षित जगह पर कराया जाएगा। उप ज़िलाधिकारी राम सनेहीघाट आर.ए.वर्मा ने बताया कि उनके क्षेत्र में भी नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी हुई है। लेकिन अभी पानी खतरे के निशान से नीचे है। आबादी क्षेत्र प्रभावित नहीं हुआ है। जिससे स्थिति सामान्य है।