मध्यप्रदेश

उद्यमिता में मेहनत से महिलाओं का आत्म-विश्वास बढ़ाः राज्यपाल पटेल

भोपाल । राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश, महिलाओं के विकास के विजन को लेकर आगे बढ़ रहा है। महिलाओं ने उद्यमिता के क्षेत्र में जो मेहनत की है, उससे उनका आत्मविश्वास बढ़ा है। संकल्प और शक्ति हमारी मातृ शक्ति की पहचान है।

राज्यपाल पटेल शुक्रवार को उज्जैन में भारतीय उद्यमिता संस्थान एवं राष्ट्रीय महिला आयोग के एक दिवसीय उद्यमिता जागरूकता शिविर को संबोधित कर रहे थे। इससे पहले राज्यपाल ने अन्य अतिथियों के साथ दीप प्रज्ज्वलित कर उद्यमिता जागरूकता शिविर का शुभारम्भ किया।

राज्यपाल ने कहा कि महिलाओं के आर्थिक विकास के मामले में स्व-सहायता समूह ने उल्लेखनीय कार्य किया है। कई वंचित वर्ग की महिलाओं ने अपने आप को साबित करते हुए न केवल परिवार बल्कि देश की अर्थ-व्यवस्था में योगदान दिया है। स्व-सहायता समूह में जो बेटियाँ और बहनें आगे बढ़ रही हैं, वे पारिवारिक जिम्मेदारी का निर्वहन भी कर रही है। महिलाओं को जी-20 के रूप में एक वैश्विक मंच मिल रहा है। उन्होेंने कहा कि केंद्र ने मुद्रा एवं स्टार्टअप योजनाओं से महिलाओं के विकास के नए आयाम खोल दिए हैं।उद्यमिता के लिए यह जागरूकता कार्यक्रम सीखने की प्रक्रिया को और तेज करेगा।

मोदी सरकार महिला सशक्तिकरण को दे रही सर्वोच्च प्राथमिकता: महेंद्रभाई

केंद्रीय बाल महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री मुंजपरा महेंद्रभाई ने कहा कि केंद्र सरकार महिलाओं के विकास का एजेंडा लेकर चल रही है। उनके सशक्तिकरण के कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है। आज आवश्यकता है ऐसा इकोसिस्टम विकसित करने की, जिससे महिला उद्यमियों की केपेसिटी बिल्डिंग की जा सके। केंद्र सरकार की मुद्रा योजना, स्टार्टअप योजना और प्रधानमंत्री जन-धन खातों ने महिलाओं को सशक्त करने में उल्लेखनीय कार्य किया है।

भारत में स्टार्टअप में आज महिलाएं सबसे आगे

राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि देश की आधी आबादी महिलाओं की है, यदि इन्हें हम पीछे छोड़ देंगे तो आर्थिक प्रगति बाधित होगी। आज भारत में स्टार्टअप में महिलाएं सबसे आगे हैं। यही नहीं 60 प्रतिशत महिलाएं ऋण लेकर उद्यम चला चला रही हैं। केन्द्र सरकार ने भी महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए कई योजनाएँ संचालित कर रखी हैं। महिलाओं के लिए नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म और उनकी मेंटरशिप की भी आवश्यकता है।

भाउसं का उद्देश्य है उद्यमी पैदा करना: सुनील

भारतीय उद्यमिता संस्थान के संचालक सुनील शुक्ला ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में जिस तरह से भारत का विकास हो रहा है, उसमें महिलाओं की भागीदारी स्पष्ट रूप से दिख रही है। उद्यमिता संस्थान 40 वर्षों से लगातार देश में कार्य कर रहा है। महिलाओं में चेतना आई है। इससे वे उद्यमिता में आगे आ रही हैं। उन्होंने कहा कि उद्यमी पैदा नहीं होते बनाये जाते हैं।

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