नमामि गंगे ने बाढ़ के बाद गंगा किनारे पसरी गंदगी को साफ किया

वाराणसी । नमामि गंगे के सदस्यों ने सोमवार को दशाश्वमेध घाट पर गंगा में बाढ़ के बाद पसरी गंदगी को साफ किया। गंगा की अविरलता-निर्मलता व घाटों की स्वच्छता के लिए जनजागरण के तहत गंगा की तलहटी की सफाई की। गंगा आरती और स्वच्छता संकल्प के पश्चात सदस्यों ने इधर-उधर बिखरा कचरा समेट कर उसे कूड़ेदान में फेंका।
गंगा तलहटी और सतही जल पर तैर रही अनेकों प्रदूषण कारक वस्तुओं को भी सदस्यों ने निकाला। श्रमदान के दौरान सदस्य जोश में घोष कर रहे थे कि ‘आओ घर-घर अलख जगाएं- मां गंगा को निर्मल बनाएं। ‘ध्वनि विस्तारक यंत्र और स्वच्छता स्लोगन लिखी तख्तियां के द्वारा घाट पर उपस्थित नागरिकों, पंडित, पुरोहितों, पूजन सामग्री विक्रेताओं, दुकानदारों एवं मल्लाह बंधुओं से स्वच्छता बनाए रखने की अपील की गई।
काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला ने बताया कि गंगा 2525 किलोमीटर की अपनी यात्रा में भारत की 56 प्रतिशत आबादी को जीवन देती हैं। गंगा सदियों से भारत को अपने निर्मल जल से सींच रही है। भारत की सिंचाई, पेयजल, तीर्थाटन एवं अन्य कई आवश्यकता की पूर्ति कर रही है।