यूपी बजट में श्रमिकों का रखा जाएगा विशेष ध्यान
जन एक्सप्रेस संवाददाता
कानपुर नगर। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार श्रमिकों की चिंता करने वाली सरकार है। इसीलिए कोविड काल में श्रमिकों को हर संभव मदद पहुंचायी गयी। यही नहीं उत्तर प्रदेश का आने वाला बजट देश का नंबर वन बजट होगा। इसमें श्रमिकों का विशेष रुप से ख्याल रखा जाएगा और बेरोजगार श्रमिकों को रोजगार दिया जाएगा। यह बातें शुक्रवार को कानपुर पहुंचे श्रम कल्याण परिषद के अध्यक्ष सुनील भराला ने प्रेस वार्ता के दौरान कही।
कोविडकाल में लाखों श्रमिक मजदूर अपने-अपने रोजगारों को छोडक़र बेरोजगार हो गए, तो ऐसे में सरकार ने उनकी जीविका चलाने के लिए कई प्रयास भी किया। वहीं उनकी उम्मीदें 2021-22 के बजट पर टिकी थी, लेकिन मिला-जुला बजट होने के कारण श्रमिकों को कहीं से कोई राहत नहीं मिली। ऐसे में कानपुर आए उत्तर प्रदेश के दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री सुनील भराला ने श्रम आयुक्त कार्यालय में प्रेस वार्ता कर बताया कि श्रमिकों और उनके बच्चों के अंदर छुपी प्रतिभाओं को निखारने का काम सांस्कृतिक कार्यक्रम द्वारा होने जा रहा है। 17 फरवरी को उद्यमी और श्रमिकों के लिए महापंचायत की जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ श्रमिकों की स्थिति सुधारने पर मंथन कर रहे हैं और बराबर मंडलायुक्तों के साथ बैठक भी कर रहे हैं। आगे कहा कि जल्द ही सरकार बेरोजगार हो चुके श्रमिकों को रोजगार देने का काम शुरु करेगी। वहीं उत्तर प्रदेश का बजट देश का नंबर वन बजट होगा जिसमें श्रमिकों का विशेष रुप से ध्यान रखा जाएगा। इस दौरान श्रम कल्याण परिषद के सदस्य अजीत जैन, श्रमायुक्त मो. मुस्तफा, अपर श्रमायुक्त फैसल अफताब, उपश्रमायुक्त अमित कुमार मिश्रा सहित श्रम विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।