संस्कार, उत्साह और प्रतिभा का संगम: ज्ञान दायिनी बाल मंदिर में वार्षिक उत्सव और विदाई समारोह संपन्न

जन एक्सप्रेस/अमेठी: ज्ञान दायिनी बाल मंदिर, सेमरौता में सोमवार को वार्षिक उत्सव और इंटरमीडिएट विदाई समारोह बड़े उत्साह के साथ संपन्न हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि, खंड बेसिक शिक्षा अधिकारी और सेमरौता ग्राम प्रधान देवी शरण बाजपेई द्वारा दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना के साथ हुई। विद्यालय के प्रबंधक और प्रधानाचार्य अरुण मिश्रा ने इस आयोजन को सफल बनाने में योगदान दिया।
विदाई में छलके भावनाएं
इंटरमीडिएट छात्रों के विदाई समारोह में शिक्षकों और कनिष्ठ छात्रों ने भावुक होकर अपने वरिष्ठ छात्रों को विदाई दी। छात्रों ने अपने अनुभव साझा करते हुए विद्यालय में बिताए गए सुनहरे पलों को याद किया। कनिष्ठ छात्रों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और विदाई गीतों के माध्यम से अपने वरिष्ठों के प्रति सम्मान व्यक्त किया। प्रधानाचार्य ने छात्रों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं और जीवन में सफलता के लिए प्रेरित किया।
सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने मोहा मन
कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं। गणेश वंदना, सरस्वती वंदना, नृत्य, नाटक और समूहगान जैसे कार्यक्रम मुख्य आकर्षण रहे। “राधा कैसे न जले,” “घोड़े जैसी चाल,” और “फिर भी दिल है हिंदुस्तानी” जैसे नृत्यों ने दर्शकों का मन मोह लिया। नाटक “यमराज्य का दरबार” और “सुदामा चरित्र” ने मनोरंजन और शिक्षा का अद्भुत समन्वय पेश किया।
अभिभावकों और अतिथियों ने की सराहना
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक, अभिभावक और विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्य उपस्थित रहे। अभिभावकों ने बच्चों की प्रस्तुतियों और विद्यालय के प्रयासों की सराहना की। प्रधानाचार्य और शिक्षकों ने इस आयोजन को सफल बनाने के लिए टीमवर्क की प्रशंसा की। समारोह ने बच्चों की प्रतिभा को निखारने और उनके आत्मविश्वास को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई।