MVA काल में साइडलाइन हुए आला अधिकारी करेंगे वापसी!
मुंबई: सरकार उन्हें अहम जिम्मेदारी सौंप सकती है। हाल ही में राज्य के गृहमंत्रालय ने उनके खिलाफ जारी आपराधिक मामलों को बंद करने का फैसला लिया था। कहा जाता है कि साल 2014 से 2019 के बीच फडणवीस के शासन में शुक्ला अहम पुलिस अधिकारी थी।टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, शुक्ला की संभावित नियुक्ति राज्य में नौकरशाहों को हैरान कर सकती है। रिपोर्ट के अनुसार, एक वरिष्ठ IPS अधिकारी ने बताया, ‘प्रथम दृष्टया, ऐसा लग रहा है कि जब उनके खिलाफ मामले बंद किए जा रहे हैं, तो शुक्ला राज्य में अपनी वापसी और नई जिम्मेदारी की मांग कर सकती हैं।’
मिल सकता है यह पद
शुक्ला 1988 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं। वह 31 अक्टूबर को रिटायर होने जा रहे हेमंत नगराले के बाद सबसे वरिष्ठ हैं। ऐसे में पुलिस महानिदेशक पर उनकी नियुक्ति को लेकर विचार किया जा सकता है। फिलहाल, यह पद रजनीश सेठ के पास है। इसके अलावा वह विवेक फंसालकर की जगह मुंबई पुलिस आयुक्त भी बनाई जा सकती हैं।
अधिकारी ने कहा, ‘फडनवीस हाल ही में नियुक्त हुए फांसलकर को नहीं छड़ेंगे। फांसलकर हमेशा राजनीति से दूर और कानून का पालन करने वाले माने जाते हैं। इसके बाद उन्हें डीजीपी बनाया जा सकता है और सेठ को डीजी (एंटी करप्शन) डीजी बनाया जा सकता है।’
MVA सरकार में हो गई थीं साइडलान
राज्य में शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, कांग्रेस समेत अन्य दलों के गठबंधन की महाविकास अघाड़ी सरकार आने के बाद शुक्ला को साइडलाइन कर दिया गया था। इसके बाद उन्हें सेंट्रल डेप्युटेशन का फैसला किया। खास बात है कि एमवीए सरकार ने उनके खइलाफ दो बड़े आपराधिक मामले दर्ज कराए थे। जुलाई में राज्य में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और भाजपा सरकार की वापसी हुई है।
लौट सकते हैं कई और अधिकारी
इसके अलावा राज्य में कई अहम पद खाली है। सेठ को डीजीपी बनाए जाने के बाद डीजी (एंटी करप्शन ब्यूरो) पद खाली है। मई 2022 में के वेंकटेशम के रिटायरमेंट के बाद महानिदेशक (होम गार्ड्स) का पद खाली है। साथ ही फांसलकर को मुंबई आयुक्त बनाए जाने के बाद से डीजी (हाउसिंग) खाली है।