फरियाद लेकर चार साल से चक्कर काट रही महिला ने कह दी ऐसी बात कि जिलाधिकारी ने भेज दिया जेल
सीएम योगी के आदेश को नहीं मान रहा प्रशासन
जन एक्सप्रेस, मैनपुरी: उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक विधवा महिला अपनी समस्या लेकर जिलाधिकारी के कार्यालय पहुंची, लेकिन उसकी आवाज डीएम अंजनी कुमार सिंह को इतनी नागवार गुजरी कि उन्होंने महिला और उसकी बेटी को जेल भेजने का आदेश दे दिया। यह घटना “सम्पूर्ण समाधान दिवस” के दिन की है, जो खासतौर पर जनता की समस्याओं को सुलझाने के लिए आयोजित किया जाता है। लेकिन इस दिन राधा नाम की महिला जमीन के कब्जे को लेकर जिलाधिकारी के पास पहुंची, जहां उसने सभी अधिकारियों पर रिश्वत खाने का आरोप लगाई जिसे सुनकर जिलाधिकारी भड़क गए और उन्होंने महिला को जेल में डालने का हुक्म दे दिया। खबरों की मानें तो महिला पिछेले चार साल से जिला कलेक्ट्रेट के लगा रही थी चक्कर।
समस्या सुनने के बजाय जेल का आदेश
विधवा महिला कई दिनों से जमीन कब्जे को लेकर जिला कलेक्ट्रेट के चक्कर काट रही थी, जहां उस महिला ने जिलाधिकारी से कहा कि सब रिश्वतखोर हैं, यहां कोई सुन नहीं रहा, आप तो सुन लीजिए। लेकिन डीएम अंजनी कुमार सिंह को यह बात बर्दाश्त नहीं हुई कि कोई उनसे ऊंची आवाज में बात करे। अपनी पद और प्रतिष्ठा का अहंकार दिखाते हुए डीएम ने समस्या का समाधान करने के बजाय महिला और उसकी बेटी को पुलिस के हवाले करवा दिया। इस घटना से “सम्पूर्ण समाधान दिवस” फरियादियों के लिए एक मजाक बन गया।
मीडिया और जनता में आक्रोश
यह घटना तेजी से सोशल मीडिया और स्थानीय मीडिया में वायरल हो गई। लोगों ने जिलाधिकारी के इस रवैये की कड़ी आलोचना की है। सामाजिक संगठनों और स्थानीय जनता ने इसे प्रशासनिक संवेदनशीलता की कमी और अहंकार का जीता-जागता उदाहरण बताया है। लोगों का कहना है कि जो अधिकारी जनता की सेवा के लिए नियुक्त हैं, वही उनकी समस्याओं को सुनने के बजाय दंडित कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री के आदेशों की अवहेलना
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में समीक्षा बैठक में सभी जिलाधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए थे कि जनता की शिकायतों का निस्तारण समय पर और गंभीरता से किया जाए। साथ ही लापरवाही करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। लेकिन मैनपुरी के डीएम ने न केवल मुख्यमंत्री के आदेशों की अनदेखी की बल्कि फरियाद सुनने के बजाय महिला को जेल भिजवाने का आदेश देकर अपने पद का दुरुपयोग किया।
कार्रवाई की मांग
इस घटना के बाद से जिलाधिकारी अंजनी कुमार सिंह के खिलाफ जनता और सामाजिक संगठनों ने सख्त कार्रवाई की मांग की है। हालांकि, अभी तक प्रदेश सरकार या प्रशासन की ओर से डीएम के खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। यह मामला न केवल प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े करता है, बल्कि आम जनता के न्याय पाने के अधिकार पर भी प्रहार है।