पर्यटक अब रानीपुर टाइगर रिजर्व में दुर्लभ जीवजंतुओं का कर सकेंगे दीदार
राज्यमंत्री ने हरी झंड़ी दिखाकर सफारी का किया शुभारंभ
चित्र। सचिन वंदन
रानीपुर टाइगर रिजर्व में रविवार से जंगल यात्रा यात्रा का शुभारंभ हुआ। आईएस का शुभारंभ उत्तर प्रदेश सरकार के श्रम योजना मंत्री मनोहर लाल बॉली कोरी ने किया। लॉन्च के बाद पर्यटक जंगल सफारी का आनंद ले फ़ाउंसी। रविवार को रानीपुर टाइगर रिजर्व के किहुनिया गांव स्थित जाम्बवंत इको टूरिज्म में चित्रप्रदेश जिले के प्रभारी मंत्री/राज्य मंत्री, श्रम एवं सेवायोजना विभाग उत्तर प्रदेश सरकार के मनोहर लाल एम अल्लाउंस कोरी ने हरी अभ्यारण्य की यात्रा का उद्घाटन किया। लगभग 53,000 हेक्टेयर में फैले रानीपुर टाइगर रिजर्व में स्मारकों के साथ-साथ दुर्लभ जीव जंतुओं को भी देखा जा सकता है। रानीपुर टाइगर रिजर्व एमपी के पन्ना टाइगर रिजर्व से सटा हुआ है। रानीपुर टाइगर रिज़र्व के वन्य जीवों की मात्रा में दुर्लभ जीवजन्तु पाए जाते हैं। बाघ, तेंदुए, भालू, लोमड़ी, साँभर, सियार, चिंकारा आदि समूहप्राय स्थान मौजूद हैं। यात्रा आसानी से दीदार कर महंगा। वन यात्रियों ने लगभग सभी तीर्थयात्रियों की यात्रा पूरी कर ली है, मारकुंडी स्थित जाम्बवंत इको पर्यटन केंद्र किहुनियां में पर्यटक सिटी आदि का निर्माण भी हो गया है, जिससे यहां यात्रा आसानी से की जा सकती है। विपक्ष के खपाइन की भी व्यवस्था हो गई है। इस मौके पर मानिकपुर विधायक अविनाश द्विवेदी, भाजपा जिलाध्यक्ष लवकुश चतुर्वेद, जिला पंचायत अध्यक्ष अशोक जाटव, पूर्व सांसद आरके सिंह, जिलाधिकारी शिवशरणप्पा जी एन, सीडीओ अमृतपाल कौर, पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह, मुख्य वन संरक्षक केके सिंह, डीएफओ एन के सिंह,कोआपरेटिव बांदा के चेयरमैन पंकज अग्रवाल, ब्लॉक प्रमुख मानिकपुर अरविंद मिश्रा, भाजपा नेता आलोक पाण्डेय आदि उपस्थित रहे।
एडवेंचर के सफ़र का शुभारंभ
रानीपुर टाइगर रिजर्व पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ धरती और स्थानीय जनता के लिए भी महत्वपूर्ण साबित होगा, और पुरातत्व और पर्यटन के महत्व को एक नई पहचान देगा। रानीपुर टाइगर रिजर्व उत्तर प्रदेश का चौथा टाइगर रिजर्व है। जहां से शुरू हुआ है एडवेंचर का सफर। टाइगर के अलावा टाइगर-भालू जैसे आश्रम का नजारा देखने को मिलेगा। पर्यटक स्थल में केवल 53,000 हेक्टेयर का अवंत हिस्सा है, बल्कि वाइल्ड लाइफ का सबसे बड़ा हिस्सा, शिकारी क्षेत्र जैसा है; बाघ, बाघ, भालू, लकड़बग्घा, भेड़िया, जंगली कुत्ता, जंगली बिल्ली, सियार, लोमड़ी जैसे कुछ बेहद ही दुर्लभ जानवर का भी दीदार कर जानवर। ख़ास बात यह है कि फ़्लोरिडा के लिए बेहतर व्यवस्था की भी व्यवस्था की गई है।