यूपीएलडीवी के सीईओ ने मनचाही जगह पत्नी का कराया ट्रांसफर
यूपीएलडीवी के सीईओ डॉ नीरज गुप्ता की पत्नी डा. नम्रता शुक्ला वर्तमान में बीपी संस्थान लखनऊ में तैनात हैं, जहां वे बिना काम के एक लाख रुपए महीने सैलरी उठा रही हैँ।
जन एक्सप्रेस/राज्य मुख्यालय। यूपीएलडीवी (उत्तर प्रदेश लाइवस्टॉक डेवलपमेंट बोर्ड) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) नीरज गुप्ता के कारनामों की फेहरिस्त लंबी है। भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे सीईओ ने साल 2023 में तत्कालीन प्रमुख सचिव पशुधन रजनीश दुबे से सांठगांठ कर अपनी पत्नी का मनचाही जगह ट्रांसफर करा लिया था।
बिना काम एक लाख महीने की तनख्वाह उठा रहीं डा. नम्रता शुक्ला
पशु चिकित्सा संघ आगरा के अध्यक्ष डॉ. मनोज कुमार ने बताया कि यूपीएलडीवी के सीईओ डॉ नीरज गुप्ता की पत्नी डा. नम्रता शुक्ला वर्तमान में बीपी संस्थान लखनऊ में तैनात हैं, जहां वे बिना काम के एक लाख रुपए महीने सैलरी उठा रही हैँ।
लखनऊ बीपी संस्थान में पशु चिकित्साधिकारी का नहीं है काम
पशुपालन निदेशालय के बीपी संस्थान में पशुओं के लिए वैक्सीन बनाने का कार्य होता था। कई साल पहले ड्रग एवं कॉस्मेटिक विभाग ने बीपी संस्थान के वैक्सीन बनाने का लाइसेंस निरस्त कर दिया था, जिसके बाद लखनऊ बीपी संस्थान में तैनात पशु चिकित्साधिकारियों को अन्य जगह तबादला कर दिया गया था। डॉ. मनोज कुमार का आरोप है कि इस दौरान यूपीएलडीवी के सीईओ डा. नीरज गुप्ता ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर 2023 में पत्नी डॉ. नम्रता शुक्ला का ट्रांसफर सीतापुर से लखनऊ के बीपी संस्थान में करा लिया, जबकि अब यहां पशु चिकित्साधिकारी का कोई काम नहीं है।
सरकारी खजाने को लगा रहे पलीता
हैरानी की बात ये है कि जब सभी उच्च अधिकारियों को ये मालूम है कि लखनऊ बीपी संस्थान में वैक्सीन का लाइसेंस निरस्त हो चुका है, ऐसे में पशु चिकित्साधिकारी का यहां कोई काम नहीं है, इसके बावजूद सीतापुर से डा. अमृता शुक्ला का ट्रांसफर लखनऊ क्यों कराया गया। साल 2023 से प्रमुख सचिव डा. नम्रता शुक्ला को बिना काम के लगभग एक लाख रुपए वेतन देते चले आ रहे है।
शिकायत के बावजूद नहीं हुई कार्रवाई
बीपी संस्थान में कार्य न होने की वजह से डॉ. नम्रता शुक्ला हाजिरी लगाने के बाद यूपीएलडीबी के दफ्तर में आकर बैठ जातीं और यहां कार्यरत कर्मचारियों को परेशान करतीं। पशुपालन निदेशक डा. पीएन सिंह ने डॉ. नम्रता शुक्ला की शिकायत 22 अक्टूबर 2024 को प्रमुख सचिव पशुधन के रवींद्र नायक से लिखित रूप में की और डॉ. शुक्ला का तबादला ललितपुर करने के लिए कहा। लेकिन प्रमुख सचिव और डा. नीरज गुप्ता की घनिष्ठता की वज़ह से प्रमुख सचिव ने डॉ. नम्रता शुक्ला का ट्रांसफर नहीं किया। जुलाई 2023 से अब तक बिना काम के डा. नम्रता शुक्ला लगभग 16 लाख रुपये सैलरी ले चुकी हैं।
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