बजट चर्चा में कांग्रेस विधानमण्डल की नेता ने नौजवानों व किसानों की उपेक्षा पर सरकार का किया घेराव

जन एक्सप्रेस/प्रतापगढ़ : बजट में किसानों तथा नौजवानों व शिक्षकों की उपेक्षा पर विधानसभा में मंगलवार को क्षेत्रीय विधायक एवं कांग्रेस विधानमण्डल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना ने सरकार की जमकर घेराबंदी की है। सामान्य बजट पर चर्चा को लेकर कांग्रेस विधायक आराधना मिश्रा ने कहा कि वित्तीय वर्ष के लगभग पूरा होने की स्थिति में भी चिकित्सा, ऊर्जा, कृषि व शिक्षा व लोक निर्माण जैसे जनता के विकास से जुड़े विभागों में सरकार आधा अधूरा बजट ही खर्च कर पायी है।
आराधना मिश्रा ने कहा कि प्रदेश की अस्पतालों में न तो दवाईयों का पर्याप्त स्टाक है और न ही बड़ी संख्या में डाक्टरों की कमी को पूरा किया जा सका है। सीएलपी नेता मोना ने कहा कि इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग को मात्र छः प्रतिशत बजट का आवंटन जनता के स्वास्थ्य को लेकर सरकार की असंवेदनशीलता उजागर हुई है। किसानों की लागत बढाने के लिए कोई स्पष्ट प्राविधान नही है। सीएलपी नेता आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि डीएपी खाद की कीमत आज तेरह सौ पचास रूपये तक आ पहुंची है। उन्होने कहा कि यह चिंताजनक है कि खाद की बोरी का वजन घटा पर दाम दोगुना बढ़ गया। वहीं विधायक आराधना मिश्रा मोना ने किसानों के लिए बीज के किट वितरण के मद में भी बजट को मात्र दिखावा और छलावा करार दिया। आराधना मिश्रा ने कहा कि प्रदेश में लोक निर्माण विभाग के द्वारा निर्मित क्षतिग्रस्त सड़कों तथा पीने के पानी की पाइप लाइन के क्षतिग्रस्त होने पर मरम्मत को लेकर भी बजट में कोई प्राविधान न किया जाना चिंताजनक है। शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र में भी मात्र तेरह प्रतिशत का बजट आवंटन होना नौजवानों के भविष्य को धूमिल किया जाना है। प्रदेश में उन्हत्तर हजार शिक्षक भर्ती के बाद यह प्रक्रिया बंद है। प्रदेश में डेढ़ लाख से अधिक शिक्षकों के पद खाली हैं।
आराधना मिश्रा ने कहा कि सर्वाधिक चिंताजनक यह है कि दो हजार तदर्थ शिक्षकों को लेकर आम बजट में सरकार का कोई प्राविधान नहीं है। विधानसभा में अपने वक्तव्य में विधायक आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि सरकार का बजट हाथी के दांत की तरह दिखावा मात्र है। जनता के हित तथा उसकी सुरक्षा को लेकर बजट में कोई ठोस प्रबन्ध न होना प्रदेश की जनता के साथ मौजूदा सरकार की गैरजबाबदेही उजागर हुई है।