केशव प्रसाद मौर्य ने राहुल गांधी पर कसा तंज…
उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश की कन्नौज लोकसभा सीट पर चौथे चरण में होने वाले चुनाव को लेकर बीजेपी प्रत्याशी सुब्रत पाठक के समर्थन में चुनावी सभा करने के लिए उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य एरवाकटरा पहुंचे. जहां वह जनसभा करते हुए समाजवादी पार्टी पर मंच से खूब बरसे. इसके बाद उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि इस बार सपा का सूपड़ा साफ होने जा रहा है.
वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी के इंडिया गठबंधन के तूफान आने वाले बयान पर कहा केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि 2014 से आ रहा अब 2024 में राहुल अपनी नानी के घर उड़ कर इटली चले जाएगे. वहीं सपा मुखिया अखिलेश यादव के बयान बीजेपी का शुक्ला साहब पर कहा यह तो ना घोड़ा दूर है और ना मैदान दूर है, उनका परिवार अंतरकलह का शिकार है.
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि सपा की साइकिल इस बार पंचर हो चुकी है. सुब्रत पाठक जीतने वाले हैं और यहां की जनता सपा को विदा करने वाली है. सपा का अहंकार 2024 में चर-चूर होगा, कमल खिलेगा पीएम मोदी की सरकार बनेगी और दूसरी बार सुब्रत पाठक यहां से जीतेंगे. डिप्टी सीएम ने कहा कि सबसे अपील है कि गुंडों-माफियाओं से डरे बगैर वोट करेंगे.
अखिलेश के चाचा ने बड़ा खेल कर दिया- सुब्रत पाठक
इसके साथ ही अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहा कि अखिलेश यादव ने डिंपल यादव से कहा कि कन्नौज से जाकर चुनाव लड़ लो तो उन्होंने कहा मैं दोबारा हारने के लिए नहीं जाउंगी. इनके साथ इनके चाचा ने बड़ा खेल कर दिया, यह बहुत बड़ा नेता बन रहा है और इसलिए कन्नौज से लड़ा दिया क्योंकि सुब्रत पाठक के सामने हारना तय है. वहीं उन्होंने कहा कि न संविधान खतरे में है, न लोकतंत्र खतरे में है, न आरक्षण खतरे में है, खतरे में राहुल गांधी और अखिलेश यादव का राजनीतिक भविष्य है.
कभी सपा का गढ़ रहा था कन्नौज
कन्नौज लोकसभा सीट पर चौथे चरण में 13 मई को चुनाव होगा. इस सीट पर बीजेपी ने मौजूदा सांसद सुब्रत पाठक को चुनावी मैदान में उतारा है, वहीं सपा की तरफ से इस सीट पर खुद सपा मुखिया अरविंद केजरीवाल चुनावी मैदान में हैं. कन्नौज लोकसभा सीट कभी सपा का गढ़ रही थी, साल 1998 से लेकर साल 2014 तक इस सीट पर सपा का कब्जा रहा था. हालांकि साल 2019 के चुनाव में बीजेपी नेता सुब्रत पाठक ने डिंपल यादव को इस सीट पर हराकर इतिहास बदलते हुए 1996 के बाद बीजेपी को जीत दिलाई थी.