आयुष्मान भारत योजना दुनिया का सबसे बड़ा, पारदर्शी और प्रभावशाली स्वास्थ्य तंत्र
नई दिल्ली । उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने शुक्रवार को कहा कि आयुष्मान भारत दुनिया का सबसे बड़ा, सबसे पारदर्शी और प्रभावशाली स्वास्थ्य तंत्र है जो देश के 1.4 बिलियन लोगों को लाभ पहुंचा रहा है और इसकी किफायती दरों ने एक सर्वसुलभ प्रणाली विकसित की है। आयुष्मान भारत के कारण हमारे देश में कई पैरामेडिकल सेंटर, डायग्नोस्टिक सेंटर, मेडिकल कॉलेजों, नर्सिंग कॉलेज, क्लीनिकों आदि का विकास हुआ है और यह तंत्र आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए समर्पित है।
उपराष्ट्रपति शुक्रवार को स्वास्थ्य प्रौद्योगिकी आकलन (आईएसएचटीए) 2023 पर स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा आयोजित द्वितीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि भारत ने कोरोना से निपटने में दुनिया के सामने एक उदाहरण प्रस्तुत किया है। तमाम चुनौतियों के बाद भी भारत ने कोविड का टीका बनाया, और 220 करोड़ लोगों का टीकाकरण किया और इसकी डिजिटल मैपिंग भी की। वैक्सीन मैत्री के माध्यम से भारत दूसरे देशों की भी सहायता कर रहा था जोकि हमारे युगों पुराने आदर्शों को दर्शाता है। उपराष्ट्रपति ने कहा कि देश में 1.5 लाख से अधिक स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र स्थापित किए गए हैं। जो उद्यमियों और कुशल मानव संसाधन के लिए बड़े अवसर पैदा कर रहे है। साथ ही अर्थव्यवस्था की वृद्धि के लिए भी गेम चेंजर साबित हो रहे हैं। आम आदमी तक सस्ती दरों पर जेनेरिक दवाएं पहुंचाने के लिए देश भर में 9000 से अधिक जन औषधि केंद्र स्थापित किए गए हैं।
इस मौके पर केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने कहा कि प्रधानमंत्री के दूरदर्शी नेतृत्व में हमारा उद्देश्य प्रतिस्पर्धा के माध्यम से नहीं बल्कि समन्वय, सहयोग या सहयोग के माध्यम से विकसित देश बनना है। स्वास्थ्य क्षेत्र में हितधारकों के बीच इसी तरह के सहयोग की आवश्यकता है।