कांग्रेस के साथ गठबंधन के लिए एआईयूडीएफ की छटपटाहट
गुवाहाटी । कांग्रेस के साथ गठबंधन करने के लिए किस तरह छटपटा रही है इसका खुलासा आज एआईयूडीएफ के विधायक अमीनुल इस्लाम के एक वायरल ऑडियो से हो जाता है।
टेलीफोन पर हुई इस बातचीत के वायरल ऑडियो में एआईयूडीएफ विधायक साफ तौर पर कह रहे हैं कि कांग्रेस के 12-15 नेताओं को यह ईमेल भेजो कि आगामी लोकसभा चुनाव में यदि कांग्रेस के साथ एडीएफ का गठबंधन नहीं होता है तो इससे दोनों ही दल का नुकसान होगा और भाजपा के उम्मीदवार चुनाव जीत जाएंगे।
ऑडियो में यह भी कहा गया है कि फिलहाल विपक्षी गठबंधन में जिन 12 राजनीतिक दलों के नाम हैं, उनमें से किसी का एक विधायक या वार्ड का मेंबर भी निर्वाचित नहीं होता है। दिखावे के तौर पर 12 ऐसे राजनीतिक दलों की सूची कांग्रेस ने विपक्षी गठबंधन के नाम पर तैयार कर ली है जिनका कोई राजनीतिक अस्तित्व नहीं है।
ज्ञात हो कि समय-समय पर एआईयूडीएफ के नेता कांग्रेस के साथ चुनावी गठबंधन को लेकर बयानबाजी क्या करते हैं। लेकिन, अबतक कांग्रेस की ओर से इसके लिए कोई हरी झंडी नहीं दिखाई गई है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेन कुमार बोरा का स्पष्ट रूप से कहना है कि जब तक वे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की कुर्सी पर हैं तबतक एआईयूडीएफ के साथ किसी भी तरह के तालमेल का प्रश्न ही नहीं उठता है।
दरअसल कांग्रेस अध्यक्ष की नजर ऊपरी असम और मध्य असम की हिंदू बहुल सीटों पर है। यदि एआईयूडीएफ को अलग रखकर इन सीटों पर कांग्रेस चुनाव जीतने में कामयाब रहती है तो चुनाव के बाद एआईयूडीएफ के साथ गठबंधन कर लेगी।