उत्तर प्रदेश

आरएसएस ने कृष्ण-मोहन मिलन के रूप में मनाया गुरु उत्सव

मथुरा । केएम विश्वविद्यालय में गुरु पूजन उत्सव को कृष्ण मोहन मिलन के रूप में आयोजित किया गया, जिसमें स्वयं सेवकों के साथ केएमयू के अधिकारी, डीन, प्रोफ़ेसर्स, मेडिकल काॅलेज एवं हॉस्पिटल के चिकित्सक व छात्र-छात्राओं ने सहभागिता की।

गुरु-उत्सव में आमंत्रित आरएसएस के विभाग प्रचारक अरुण पांचजन्य ने कहा कि गुरु शिष्य परंपरा की पवित्रता को आज हर व्यक्ति को अपने जीवन में आत्मसात करने की आवश्यकता है, संघ किसी व्यक्ति विशेष को गुरु न मानकर अपनी सांस्कृतिक विरासत ध्वज को अपना गुरु मानता है। जीवन के किसी भी क्षेत्र में कार्य करने के लिए गुरु की कही गई बात हमें आगे बढ़ाने की प्रेरणा देती है, यह बात सिर्फ अपने देश में देखने को मिलती है। वेद पुराणों में गुरु मिलते हैं, जिसे हम अपने जीवन में उतार सकते हैं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के छह उत्सवों में से एक महत्वपूर्ण उत्सव गुरु पूजन उत्सव है, उन्होंने कहा कि गुरु शब्द दो अक्षरों से मिलकर बना है, प्रथम अक्षर ’गु’ का अर्थ- ’अंधकार’ होता है जबकि दूसरे अक्षर ’रु’ का अर्थ- ’उसको हटाने वाला’ होता है। अर्थात अंधकार को हटाकर प्रकाश की ओर ले जाने वाले को ’गुरु’ कहा जाता है। भारत की संस्कृति को आज पूरा विश्व अपना रहा है, इसलिए भारत के सम्मान में ही हमारा सम्मान है। केएमयू के कुलाधिपति किशन चौधरी ने आरएसएस और विवि के सदस्यों को गुरु पूजन उत्सव की बधाई एवं शुभकामना दी।

इससे पूर्व केएम विवि के लेक्चर थियेटर में आयोजित कृष्ण मोहन मिलन कार्यक्रम का शुभारंभ आरएसएस के विभाग प्रचारक अरुण पांचजन्य और मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे जिला पंचायत अध्यक्ष व विवि के कुलाधिपति किशन चौधरी ने संघ के संस्थापक केशव बलिराम हेडगेवार और एमएस गोलवलकर के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम के अंत में केएम विवि के सभी विवि के कुलाधिपति ने भगवा ध्वज का पूजन के पश्चात नमन किया और भगवा ध्वज को प्रणाम कर रुपए, पैसे, भगवा ध्वज के समक्ष रखकर समर्पण किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button