वायनाड लोकसभा उपचुनाव का ऐलान?
राहुल गांधी की सदस्यता खत्म होने के साथ ही वायनाड लोकसभा सीट पर उपचुनाव को लेकर चर्चा तेज हो गई है। सूत्रों के मुताबिक उपचुनाव को लेकर अब चुनाव आयोग ने अपनी चर्चा शुरू कर दी है। दावा किया जा रहा है कि वायनाड लोकसभा क्षेत्र में उपचुनाव का कार्यक्रम अप्रैल में घोषित हो सकता है। दरअसल, राहुल गांधी वायनाड सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। उन्होंने 2019 का चुनाव वायनाड से जीता था। हाल में ही वे वायनाड दौरे पर गए थे। हालांकि, मोदी सरनेम मानहानि मामले में राहुल गांधी को सूरत की एक अदालत ने दोषी करार दिया था। इसमें उन्हें 2 साल की सजा सुनाई गई थी। इसी के बाद राहुल गांधी के सदस्यता गई है। लोक सभा की ओर से आज अधिसूचना भी जारी कर दी गई।
कोर्ट ने सजा सुनाने के बाद जमानत याचिका भी मंजूर कर ली थी। इसके साथ ही कोर्ट की ओर से राहुल गांधी को राहत की अपील दाखिल करने के लिए 1 महीने की मोहलत दे दी गई थी। वायनाड सीट पर राहुल गांधी को 705034 वोट मिले थे। आपको बता दें कि किसी भी सीट पर उपचुनाव तभी कराए जाते हैं जब उसका प्रतिनिधित्व करने वाला प्रत्याशी नहीं रहता है। अधिकतर मामलों में सांसदों/विधायकों के निधन पर उपचुनाव कराया जाता है। सांसद या विधायकों की विधायकी जाती है उस परिस्थिति में भी उपचुनाव कराए जाते नहीं है। राहुल गांधी की सदस्यता खत्म करने को लेकर राजनीति भी जबरदस्त तरीके से हो रही है। सत्ता पक्ष और विपक्ष एक दूसरे पर हमलावर है। कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा कि ये राजनीतिक लड़ाई बरकरार रहेगी। हम पीछे नहीं हटेंगे। राहुल गांधी कोई धमकी से डरने वाले नहीं हैं…प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी डरे हुए हैं इसलिए वो बार-बार राहुल गांधी और अन्य विपक्ष के नेताओं को डराते रहते हैं और धमकियां देते रहते हैं। उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा से भाजपा घबराई हुई है। वो जानते हैं कि भारत जोड़ो यात्रा ने न केवल कांग्रेस संगठन में नई उमंग जगाई है बल्कि पूरे देश में एक नया उत्साह, भविष्य का रास्ता दिखाया है। भारत जोड़ो यात्रा की सफलता के कारण राहुल गांधी को कीमत चुकानी पड़ी है।