वैश्विक भलाई के संकल्प में एक और अध्याय जुड़ा
वाराणसी संसार के प्राचीनतम बसे शहरों में से एक और भारत का प्राचीनतम बसा शहर है। इसे ‘बनारस’ और ‘काशी’ भी कहते हैं। हिन्दू धर्म में सर्वाधिक पवित्र नगरों में से एक माना जाता है। वाराणसी में सुख और समृद्धि का एक और अध्याय जुड़ गया है। बीते 24 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भगवान शिव की नगरी वाराणसी पहुंचे थे। यहां उन्होंने काशी के विकास के लिए 1780 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। पीएम मोदी ने यहां से एक हजार साल से अधिक पुरानी ‘तपेदिक’ बीमारी के खात्मे के लक्ष्य की प्रतिबद्धता दोहराई और वन वर्ल्ड टीबी शिखर सम्मेलन के जरिये वैश्विक भलाई का भी संकल्प लिया। पिछले नौ वर्षों में टीबी मुक्त भारत के प्रयासों पर विश्व समुदाय ने प्रशंसा करने के साथ यह विश्वास भी जताया कि भारत 2025 तक टीबी को समाप्त कर देगा।
टीबी का होगा खात्मा
हाल ही में वाराणसी के रुद्राक्ष कनेवेंशन सेंटर में वन वर्ल्ड टीबी शिखर सम्मेलन के दौरान लघु टीबी निवारक उपचार (टीपीटी), राष्ट्रीय स्तर पर टीबी मुक्त पंचायत की आधिकारिक शुरुआत, टीबी के लिए परिवार पर केंद्रित देखभाल मॉडल और भारत की वार्षिक टीबी रिपोर्ट 2023 जारी करने सहित कई तरह की शुरुआत की गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ल्ड टीबी शिखर सम्मेलन को संबोधित करने के साथ ही राष्ट्रीय रोग नियंत्रण और उच्च रोकथाम प्रयोगशाला केंद्र की आधारशिला रखी।
टीबी जैसी गंभीर बीमारी को रोकने के उद्देश्य से चलाए जा रहे स्टॉप टीबी की कार्यकारी निदेशक डॉ. लुसिका दितीयू ने वन वर्ल्ड टीबी शिखर सम्मेलन में कहा कि भारत पर टीबी का बहुत अधिक बोझ है। भारत आज अपनी सर्वश्रेष्ठ योजना, महत्वकांक्षा और कर्मठता के बल पर टीबी को समाप्त करने की राह पर है जो कि सिर्फ भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में संभव हो पाया है। डॉ. लुसिका दितीयू ने विश्वास जताया कि भारत 2025 तक खुद के सहयोग से टीबी को समाप्त कर देगा। उन्होंने पीएम मोदी से न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान 22 सितंबर 2023 को टीबी पर होने वाली उच्च स्तरीय बैठक में उपस्थित रहने का अनुरोध भी किया।
इस शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। उन्होंने अपने संबोधन में टीबी के मरीजों के लिए नि क्षय मित्र अभियान की चर्चा की। उन्होंने बताया कि लगभग 10 लाख टीबी मरीजों को नागरिकों के लिए गोद लिया गया है। भारत ने वर्ष 2014 के बाद से टीबी से निपटने के लिए प्रतिबद्धता और दृढ़ संकल्प के साथ खुद को अभूतपूर्व तरीके से समर्पित किया है। केंद्र सरकार ने 2018 में टीबी रोगियों के लिए योजना शुरू की जिससे 75 लाख रोगियों को लाभ हुआ और उनके खातों में 2000 करोड़ रुपये हस्तांतरित हुए है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा ‘नि-क्षय मित्र अब सभी टीबी रोगियों के लिए ऊर्जा का एक नया स्रोत बन गया हैं।’ प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सरकार टीबी की रोकथाम के लिए छह महीने के कोर्स की जगह तीन महीने का उपचार कार्यक्रम शुरू कर रही है। पहले मरीजों को छह माह तक प्रतिदिन दवा खानी पड़ती थी लेकिन अब नई व्यवस्था में मरीज को सप्ताह में एक बार ही दवा खानी पड़ेगी।
वाराणसी की सुख-समृद्धि की राह होगी और आसान
इस सम्मेलन के दौरान वाराणसी की सुख समृद्धि की राह को लेकर भी चर्चा की गई। बीते नौ वर्षों के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के विकास के संबंध में कई सकारात्मक कदम उठाए है। शहर को बदलने व आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों के जीवन को आसान और सुखद बनाने पर खास ध्यान दिया गया है। वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 मार्च को 1,780 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया है।
– इसमें 300 करोड़ रुपये की लागत से नमामि गंगे योजना के तहत भगवानपुर में 55 एमएलडी क्षमता वाली सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का शिलान्यास हुआ है। इस प्लांट की मदद से चेन सिस्टम को बनाते हुए शहर के 18 नालों को एक-दूसरे से जोड़ते हुए भगवानपुर एसटीपी तक लाया जाएगा। इसमें सभी नालों को एक रूप में लाते हुए दो बड़े नालों की शक्ल देते हुए भगवानपुर लोकेशन लाते हुए इनको संशोधित किया जायेगा, जिससे गंगा को प्रदूषण मुक्त होने में मदद मिलेगी।
– खेलो इंडिया योजना के तहत सिगरा स्टेडियम पुनर्विकास के दूसरे और तीसरे चरण का शिलान्यास। स्मार्ट सिटी वाराणसी के द्वारा सिगरा स्टेडियम के कायाकल्प का काम 424 करोड़ की लागत से तेजी से किया जा रहा है। शिलान्यास के बाद फेस टू और फेस थ्री का काम भी शुरू हो चुका है।
– सेवापुरी के रवर गांव में हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड द्वारा निर्मित किए जाने वाले एलपीजी बॉटलिंग प्लांट की आधारशिला रखी गई।
– जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार के उद्देश्य से भरथरा गांव में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का शिलान्यास हुआ है। चेंजिंग रुम से लैस फ्लोटिंग जेट्टी सहित विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास हुआ है।
– स्वच्छ जल की सुविधा मुहैया कराने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री जल जीवन मिशन के तहत 19 पेयजल योजनाओं का लोकार्पण किया गया है। पेयजल की इन योजनाओं से 63 ग्राम पंचायतों के तीन लाख से अधिक लोग लाभान्वित होंगे।
– वाराणसी स्मार्ट सिटी मिशन के तहत राजघाट एवं महमूरगंज सरकारी स्कूल के पुनर्विकास कार्य, शहर की आंतरिक सड़कों के सौंदर्यीकरण, शहर के छह पार्ककों एवं तालाबों के पुनर्विकास सहित विभिन्न परियोजना राष्ट्र को समर्पित हुई है।