शर्म करो केडीए: “सत शुक्ला” नाम बड़े और दर्शन छोटे
भ्रष्टाचार में लिप्त जेई को क्यों बचा रहे केडीए वी०सी
यूपी के मुख्यमंत्री ने भेजा था अवैध निर्माणों पर लगाम लगाने, परंतु कानपुर पहुंचकर साहब अवैध निर्माण करने वालों के ही बन गए पैरोकार
जन एक्सप्रेस कमलेश फाईटर
कानपुर नगर! जब कानपुर विकास प्राधिकरण कानपुर नगर (केडीए) में जब सत्य शुक्ला का आगमन भी नहीं हुआ था उसके पहले से ही शहर के बिल्डरों में हड़कंप मचा हुआ था! कहा जा रहा था कि सत शुक्ला के आते ही अवैध निर्माण कर्ताओं की खैर नहीं! क्योंकि ऐसा माना जा रहा था कि शत शुक्ला की पोस्टिंग विशेष तौर पर उत्तर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री ने अवैध निर्माण कर्ताओं व भू-माफियाओं के खिलाफ अभियान चलाकर कार्यवाही करने के लिए की है! परंतु ऐसा हुआ नहीं साहब कानपुर आते ही भ्रष्टाचार में लिप्त अवर अभियंताओं के रंग में रंग गए और अवैध निर्माण कर्ताओं व माफियाओं के पैरोकार बन गए! यह हम नहीं कह रहे हैं यह बातें सोशल मीडिया पर वायरल ऑडियो जारी होने के बाद शहर की जनता कह रही है! वायरल ऑडियो में साफ-साफ सुनाई दे रहा है कि सत शुक्ला के सामने उनका जोन चार में तैयार जेई पी०के० वर्मा जिस पार्किंग में अवैध निर्माण कर लिया गया था उसे ध्वस्त करने अथवा वैज्ञानिक कार्यवाही करने की जगह पीड़ित को एफआईआर और सेटलमेंट करने की बात कर रहा हैं! मामला यहीं नहीं रुका ऑडियो में साफ-साफ जेई साहब भ्रष्टाचार की हद को पार करते हुए बिल्डर के पैरोकार बन के बिल्डर के मोबाइल पर पीड़ित से सेटलमेंट करने की बात भी करते हुए वायरल ऑडियो में नजर आ रहे हैं!
बिल्डर विनोद गोयनका के अवैध निर्माणों के पैरोकार पी०के० वर्मा पर क्यों मेहरबान हैं केडीए वीसी
हालांकि यह बात किसी से छुपी नहीं है कि जेई पी०के० वर्मा व बीराम केडीए वी०सी० के खास माने जाते हैं! अगर ऐसा ना होता तो जेई के भ्रष्टाचार का ऑडियो वायरल होने के बाद भी भ्रष्टाचारी जेई अभी तक अपनी कुर्सी पर नहीं होता! पीड़ित अमित जैन ने जन एक्सप्रेस संवाददाता से बता चुके हैं कि बिल्डर विनोद गोयनका द्वारा कानपुर विकास प्राधिकरण के जिम्मेदार अधिकारियों व अवर अभियंताओं से सांठगांठ करके जनता को ठगने का काम किया जा रहा है और उसकी ठगी का शिकार स्वयं वह खुद हुए हैं! जिस बिल्डिंग में गोयंका ने उन्हें फ्लैट बेचा था उसकी पार्किंग के लिए लाखों रुपए ले लिए थे और बाद में पार्किंग में निर्माण कर डाला! जिसके बाद पीड़ित ने जब केडीए में शिकायत की तो कार्रवाई करने की जगह जिम्मेदार अधिकारी व पी०के० वर्मा बिल्डर के पक्ष में खड़े नजर आए! उनका कहना है कि अधिकारी उनकी मदद नहीं करते परंतु जो अवैध निर्माण पार्किंग में विनोद गोयनका ने कर डाला था उस निर्माण के विरुद्ध कार्यवाही जरूर करनी चाहिए थी! श्री जैन का कहना है कि पी०के० वर्मा व उच्च अधिकारियों द्वारा कार्यवाही ना किया जाना उनके भ्रष्टाचार को दर्शाता है!
बिल्डर विनोद गोयनका के अवैध निर्माणों को अभी भी बचाने में लगा हुआ है प्राधिकरण
प्राधिकरण में तैनात एक कर्मचारी द्वारा अपना नाम ना छापने की शर्त पर बताया गया कि बीते दिन प्राधिकरण में बिल्डर विनोद गोयनका के अवैध निर्माणों पर कार्रवाई व भ्रष्टाचार के वायरल हुए ऑडियो के संबंध में कोई चर्चा नहीं की गई बल्कि जेई को बुलाकर यह पूछा गया कि बिल्डर के अवैध निर्माण को कैसे बचाना है और शिकायतकर्ता को कैसे झूठा साबित करना है!……… जन एक्सप्रेस जब तक पीड़ित को न्याय नहीं दिला लेगा तब तक उसकी मुहिम भ्रष्टाचार में लिप्त जेई व अधिकारियों के खिलाफ जारी रहेगी