उत्तर प्रदेश

बसपा प्रत्याशी समेत तीन पर केस…

रामपुर : आचार संहिता का उल्लंघन करना बसपा प्रत्याशी को भारी पड़ गया। सिविल लाइन में तैनात दरोगा अजय राणा की तहरीर के आधार पर पुलिस ने बसपा प्रत्याशी जीशान खां के अलावा मुकर्रम और मोहसिन के खिलाफ धारा 188 और 171 एच के तहत केस दर्ज कर लिया है। वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में आचार संहिता उल्लंघन का पहला मामला दर्ज होने से प्रत्याशियों में खलबली मच गई है। इससे पहले फिल्म अभिनेत्री एवं पूर्व सांसद जयाप्रदा पर आचार संहिता उल्लंघन के मामले में कोर्ट में विचाराधीन हैं।
सिविल लाइन थाने में तैनात दरोगा अजय कुमार राणा का कहना है कि14 अप्रैल को मेरी ड्यूटी डॉ. भीमराव आंबेडकर जयंती के अवसर पर सिपाही परवेंद्र,मोनू कुमार के साथ निकलने वाले जुलूसों की शांति व्यवस्था में लगी थी। शोभायात्रा के साथ करीब साढ़े छह बजे गांधी समाधि के पास पहुंचा, तो पाया कि गांधी समाधि के पास रोड पर डॉ. भीमराव आंबेडकर की शोभायात्रा के स्वागत के लिए बसपा के प्रत्याशी जीशान खां द्वारा संचालित लगे टैंट पर बहुजन समाजवादी पार्टी का एक बड़ा पोस्टर जिस पर डॉ. भीमराव आंबेडकर की 133वें जन्मदिवस की हार्दिक शुभ कामनाओं के साथ लगा था।

जिसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री मायावती,नगर पालिका परिषद रामपुर की पूर्व प्रत्याशी शहला खान, राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर आकाश आनंद,सांसद गिरीश चंद्र,जिलाध्यक्ष प्रमोद निरंकारी, पूर्व जिलाध्यक्ष सुरेंद्र सागर,जोन कोऑर्डिनेटर शहाब खां और लोकसभा सात के प्रत्याशी जीशान खां के फोटो और बहुजन समाजपार्टी का चुनाव चिन्ह हाथी छपा था। इसके अलावा कई अन्य पदधिकारियों के भी फोटो लगे थे। प्रत्याशी जीशान खां और मुकर्रम और मोहसिन द्वारा चुनाव प्रचार प्रसार के लिए लगाया गया था।इस मामले में तहरीर आधार के पर पुलिस ने बसपा प्रत्याशी सहित तीनों पर रिपोर्ट दर्ज कर ली है।

आचार संहिता उल्लंघन मामले में पूर्व सांसद के जारी हो चुके हैं गैर जमानती वारंट
फिल्म अभिनेत्री एवं पूर्व सांसद जयाप्रदा ने वर्ष 2019 में लोकसभा चुनाव लड़ा था। जिसके चलते उन पर स्वार और केमरी थाने में आचार संहिता उल्लंघन का मुकदमा दर्ज कराया गया था। यह दोनों मामले इन दिनों कोर्ट में विचाराधीन हैं। इन मामलों में पिछली कई तारीखों से वह कोर्ट में पेश नहीं हो रही थीं, जिस पर उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किए गए थे।

पिछले दिनों अदालत ने सख्ती करते हुए जयाप्रदा की गिरफ्तारी के लिए विशेष पुलिस निरीक्षक तैनाती के आदेश जारी किए थे। जिसके बाद पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने अदालत के आदेश पर जयाप्रदा की गिरफ्तारी के लिए विशेष निरीक्षक के नेतृत्व में टीम बनाई थी। टीम कई सप्ताह से रामपुर से लेकर दिल्ली व मुंबई तक तलाश कर रही थी,लेकिन जयाप्रदा पुलिस के हाथ नहीं आ सकी थीं। उसके बाद पिछली तारीखों पर जयाप्रदा अपने अधिवक्ता के साथ कोर्ट में पेश हुई थीं।

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