4जी से 5G पर शिफ्ट कर रही सेलुलर इंडस्ट्री
भारत का स्वदेश निर्मित 5जी लहरें बना रहा है। मोबाइल फोन के लिए सेवाओं को हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिल्ली, चेन्नई, मुंबई, कोलकाता, लखनऊ, वाराणसी, अहमदाबाद, बेंगलुरु, चंडीगढ़, जामनगर, गांधीनगर, पुणे, सिलीगुड़ी, गुरुग्राम और हैदराबाद सहित चुनिंदा भारतीय शहरों में लॉन्च किया गया था। इसके 2024 तक पूरे देश को कवर करने की संभावना है। लॉन्च के तुरंत बाद भारती एयरटेल ने व्यावसायिक रूप से 5जी सेवाओं की शुरुआत की, जबकि रिलायंस जियो ने बीटा परीक्षण शुरू किया। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा: “हमने अपने देश में जो 5जी लॉन्च किया है, वह पूरी तरह से स्टैंडअलोन है। भारत दूसरे देशों को भी 5जी इंफ्रास्ट्रक्चर मुहैया करा सकता है।’ उन्होंने कहा कि हमने 5जी कहीं और से आयात नहीं किया बल्कि ये हमारा अपना उत्पाद है।
4जी से कितना अलग है 5जी?
दोनों नेटवर्क के बीच का सबसे बड़ा अंतर स्पीड का है। ऐसा माना जाता है कि नेक्स्ट सेलुलर जेनरेशन अपने पिछली जेनरेशन के मुकाबले तेज स्पीड लेकर आती है। प्राप्त जानकारी के अनुसार 4जी के मुकाबले 5जी में 100 गुना तेज होने की क्षमता है। हालांकि कवरेज को लेकर समस्या हो सकती है। 5जी को 4जी के समान कवरेज के स्तर तक पहुंचने में कई साल लग सकते हैं। हालांकि एक अच्छी बात ये भी है कि 4जी की तुलना में 5जी को अधिक बैंडविड्थ मिलेगी। जिसके पीछे की वजह है कि 5जी उपलब्ध स्पेक्ट्रम का अधिक उपयोग करेगा।
फ़ोन निर्माताओं की तैयारी
रसंचार विभाग द्वारा ऑपरेटरों के साथ-साथ फोन निर्माताओं को भी अपने व्यवसायों को लेटेस्ट टेक्नोलॉजी के साथ अपडेट करने के लिए कहा गया है। चीनी फोन निर्माता Xiaomi ने कहा कि उसके सभी 5G स्मार्टफोन मॉडल नेटवर्क को सपोर्ट करते हैं। इसके अधिकांश उपकरणों को दिवाली तक ओटीए अपडेट मिलना शुरू हो जाएगा। सैमसंग ने कहा है कि वह नवंबर के मध्य तक अपने सभी डिवाइसों में 5जी रोल आउट कर देगा। कोरियाई हैंडसेट निर्माता ने कहा है कि वह अपने ऑपरेटर भागीदारों के साथ काम कर रहा है और इस साल नवंबर के मध्य तक अपने सभी 5G उपकरणों में ओवर-द-एयर (OTA) अपडेट जारी करने के लिए प्रतिबद्ध है। एप्पल ने हाल ही में एक बयान में कहा दिसंबर में iPhone यूजर्स के लिए एक सॉफ्टवेयर अपडेट के जरिए 5G को इनेबल किया जाएगा। अपग्रेड iPhone 14, 13, 12 और iPhone SE सहित मॉडलों के लिए होगा। सरकार ने हाल ही में दूरसंचार कंपनियों और शीर्ष स्मार्टफोन निर्माताओं के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की ताकि पता लगाया जा सके कि 5जी रोलआउट में देरी क्यों हो रही है।
उपभोक्ताओं की अपेक्षाएं
समय के साथ मोबाइल ग्राहकों को अपने उपकरणों को अपग्रेड करना होगा या नए उपकरण प्राप्त करने होंगे जो 5G सपोर्ट करते हो। लोकलसर्किल ने मोबाइल ग्राहकों से 5जी सेवाओं से उनकी अपेक्षाओं के बारे में जानने की कोशिश की है। 5G डिवाइस और अधिक महंगी सेवा योजना पर पैसा खर्च करके लिए कितना तैयार हैं? इस प्रश्न के लिए, 5% मोबाइल ग्राहकों ने संकेत दिया कि वे आश्वस्त थे कि 5G कॉल ड्रॉप में कमी और कनेक्टिविटी मुद्दों या बेहतर वॉयस नेटवर्क, डेटा नेटवर्क की बेहतर उपलब्धता, इंटरनेट की गति में सुधार, स्पैम या अवांछित कॉल और संदेशों जैसे मुद्दों को हल करेगा।






