दिल्ली में चार दिवसीय मध्य प्रदेश उत्सव का मुख्यमंत्री यादव ने किया शुभारंभ
भोपाल । दिल्ली के चाणक्यपुरी मार्ग पर स्थित मध्य प्रदेश भवन में शुक्रवार से चार दिवसीय मध्य प्रदेश उत्सव का आगाज हुआ। प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत को दुनिया के सामने प्रस्तुत करने के उद्देश्य से आयोजित इस उत्सव का मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शुभारंभ किया।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश अपनी सांस्कृतिक, पर्यटन, इतिहास और अलग-अलग अंचल के रहवास की दृष्टि से अद्भुत और आनंददायी प्रदेश है। देश के लोग इसे जानें, इसलिए देश की राजधानी में इस उत्सव का आयोजन किया गया है। इस उत्सव में चार दिनों तक मप्र में पर्यटन, व्यंजन, हस्तशिल्प कला, इतिहास, संस्कृति की जानकारी दी जाएगी। पुरातत्व के क्षेत्र में हमारी सरकार काम कर रही है। पुराने ऐसे मंदिर और देवस्थान जो नष्ट-भ्रष्ट हो गए हैं, उनको पुनर्स्थापित करके वापस साकार में लाने का काम चुनौतीपूर्ण है लेकिन यह हमारी पुरानी गौरवशाली परंपरा को स्थापित करने का महत्व है। गौंडकालीन चित्रकारी से लेकर भीमबेटका (भीमबैठका) की 10 हजार साल पुरानी चित्रकला को भी सबके सामने लाकर मप्र की समृद्धशाली विरासत से सबको परिचित कराने का प्रयास किया है। प्रदेश के अलग-अलग अंचलों- मालवा, विंध्य, महाकौशल और बुंदेलखंड के विशिष्ट व्यंजन भी इस उत्सव में परोसे जाएंगे। श्रीअन्न खाकर तो आनंद आ जाएगा। मैंने भी टेस्ट किया है। मुख्यमंत्री ने ‘मध्यप्रदेश उत्सव’ के लिए सभी को आमंत्रित किया है।
इस अवसर पर प्रदेश के मंत्री विश्वास सारंग, पूर्व मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया, पूर्व विधायक केपी त्रिपाठी समेत अन्य प्रतिनिधि और अधिकारी मौजूद रहे। मप्र भवन में पुरातत्व विभाग द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का भी मुख्यमंत्री ने शुभारंभ कर अवलोकन किया।
इससे पहले राज्य सरकार की अनुसूचित जाति एवं जनजाति छात्रवृत्ति पर दिल्ली में रह कर अध्ययन कर रहे छात्रों ने मध्यप्रदेश भवन में मुख्यमंत्री से भेंट की एवं सरकार की योजना का आभार प्रकट किया। मुख्यमंत्री ने छात्रों से कहा कि आप जीवन के सफलता के शिखर प्राप्त करें, हम आपके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हैं।
प्रदर्शनियां: उत्सव में हथकरघा, हस्तशिल्प, ओडीओपी उत्पाद, जीआई उत्पाद, मध्यप्रदेश की सांस्कृतिक विरासत एवं शासन की उपलब्धियों पर केंद्रित प्रदर्शनियां लगाई गई हैं। विंध्य हर्बल्स के विक्रय-सह-प्रदर्शनी स्टॉल में राज्य के वनोपज और औषधीय उत्पादों तथा मृगनयनी के स्टाल में प्रदेश के हथकरघा और हस्तशिल्प उत्पाद विशेष छूट के साथ क्रय के लिए उपलब्ध रहेंगे। जनसम्पर्क विभाग के स्टाल में शासन द्वारा चलायी जा रही विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के सम्बन्ध में दृश्य और श्रव्य माध्यम द्वारा जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी और आगंतुकों को प्रचार-प्रसार सामग्री वितरित की जाएगी। मध्य प्रदेश पर्यटन की प्रदर्शनी में राज्य के टूरिज्म पैकेज और प्रोडक्ट्स की जानकारी और बुकिंग की व्यवस्था की गई है।
सांस्कृतिक कार्यक्रमः चार दिवसीय उत्सव में प्रतिदिन सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया जाएगा। उत्सव के पहले दिन संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित कलापिनी कोमकली द्वारा देवास के शास्त्रीय गायन का प्रस्तुतीकरण किया जाएगा। दूसरे दिन सुप्रसिद्ध ओडिसी नृत्यांगना बिंदु जुनेजा के ओडिसी नृत्य की प्रस्तुति होगी। तीसरे दिन मैहर घराने की नलतरंग सहित अन्य परंपरागत वाद्य-यंत्रों के माध्यम से वाद्य वृन्द का प्रस्तुतीकरण होगा। आंचलिक कलाकारों द्वारा आखिरी दिन दो सितम्बर को लोकगायन की प्रस्तुति होगी, जिसमें शशिकुमार पांडेय द्वारा रीवा के बघेली लोक गायन तथा आलोचना मांगरोले द्वारा खंडवा के निमाड़ी लोक गायन सम्मिलित है।