दिल्ली/एनसीआर

जवानों के बलिदान के कारण चैन की नींद सो रहे नागरिक

Listen to this article

नयी दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को सीएपीएफ ई-आवास वेब-पोर्टल को लॉन्च किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि देश की आंतरिक सुरक्षा को मजबूत रखने के लिए चाहे सीमाओं को अभेद रखना हो, एयरपोर्ट और बंदरगाह को सुरक्षित रखना हो, चाहे दंगे के खिलाफ कार्रवाई करना हो (केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल) सीएपीएफ हमारे मजबूत और जरूरी स्तम्भ रहे हैं।

35,000 जवानों ने गंवाई जान

उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से अब तक पुलिस और सीएपीएफ के 35,000 से ज्यादा जवानों ने अलग-अलग मौकों पर आंतरिक सुरक्षा को सुनिश्चित करते हुए अपनी जान गंवाई है। उनके इसी बलिदान के कारण सीमाओं के भीतर देश के नागरिक चैन की नींद सो रहे हैं और सुनिश्चित होकर देश के विकास में अपना योगदान दे रहे हैं।

अमित शाह ने कहा कि मैं मानता हूं कि जो जवान -53 डिग्री तापमान में और + 43 डिग्री तापमान में सीमाओं की सुरक्षा करता है, उसके परिवार की चिंता करने की जिम्मेदारी सरकार की होनी चाहिए और जवान को उस चिंता से पूर्णता: मुक्त करना चाहिए।

जवानों को उपलब्ध होंगे आवास

उन्होंने कहा कि कई जगह पर कई आवास बने पड़े हैं, खाली पड़े हैं। जिन लोगों को जरूरत है, उन्हें आवास मिल भी नहीं पा रहा था और दुर्भाग्य की बात है कि सीएपीएफ में भी एक वर्ण व्यवस्था बन गई थी कि जिसके लिए आवास बने हैं, वही वहां पर रहेगा लेकिन सीएपीएफ ई-आवास वेब-पोर्टल से यह पूरी जाति व्यवस्था समाप्त हो जाएगी। खाली पड़े आवास सीएपीएफ जवानों के लिए उपलब्ध हो जाएंगे।केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि जब से मोदी जी देश के प्रधानमंत्री बने हैं तब से गृह मंत्रालय ने जवानों के आवास संतुष्टि अनुपात को बढ़ाने के लिए कई प्रकार की योजनाएं शुरू की।

Show More

Related Articles

Back to top button