केशव प्रसाद मौर्य से मिलने के लिए नेताओं व मंत्रियों की भीड़ बढ़ी

लखनऊ । उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की लोकप्रियता दिनों दिन बढ़ती जा रही है। सात कालिदास मार्ग स्थित उनके आवास पर प्रतिदिन बड़ी संख्या में आम जन से लेकर विशिष्ट जन उनसे भेंट करने पहुंचते हैं। लेकिन लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद केशव प्रसाद मौर्य के यहां उनसे मिलने वाले नेताओं की भीड़ अचानक बढ़ गयी है। इससे कयास लगाये जा रहे हैं पार्टी उनकी आगामी भूमिका के बारे में विचार कर रही है। पिछले दो दिनों की बात करें तो केन्द्रीय व प्रदेश सरकार के वरिष्ठ मंत्रियों से लेकर बड़ी संख्या में भाजपा के वरिष्ठ नेता, सांसद व बड़ी संख्या में विधायक केशव प्रसाद मौर्य से मिलने उनके आवास पहुंचे।
केन्द्रीय व प्रदेश सरकार के मंत्री पहुंचे केशव से मिलने
केन्द्रीय मंत्री कमलेश पासवान,केन्द्रीय मंत्री पंकज चौधरी, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व वर्तमान में प्रदेश सरकार में कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, निषाद पार्टी के अध्यक्ष डा. संजय निषाद, राज्यमंत्री विजय लक्ष्मी गौतम, राज्यमंत्री मनोहर लाल उर्फ मन्नू कोरी, राज्यमंत्री नरेन्द्र कश्यप, पूर्व केन्द्रीय मंत्री संजीव बालियान व पूर्व मंत्री धर्मसिंह सैनी ने केशव प्रसाद मौर्य से मुलाकात की है।
इसके अलावा उत्तर प्रदेश के अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय गोंड, विधायक पी.एन.पाठक, विधायक शलभमणि त्रिपाठी, सुरेन्द्र चौरसिया व अन्य विधायकों में डा.अमित सिंह चौहान, सुशील शाक्य, रवीन्द्र कुशवाहा, विक्रम सैनी
पूर्व सांसद राघव लखन पाल, विधायक विकास गुप्ता, सुभाष त्रिपाठी, विधायक पूनम शंखवार, एमएलसी हंसराज विश्वकर्मा व लालजी प्रसाद निर्मल भी सात कालिदास मार्ग स्थित उप मुख्यमंत्री के आवास पर पहुंचकर भेंट की है।
प्रदेश कार्यसमिति में केशव प्रसाद ने लूटी थी वाहवाही
14 जुलाई को संपन्न भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में भी केशव प्रसाद मौर्य प्रदेश पदाधिकारियों की दिल में जगह बनाने में कामयाब रहे। यही कारण रहा कि उनके भाषण के दौरान सभागार तालियों की गड़गड़ाहट से गूंजता रहा। प्रदेश कार्यसमिति में भाषण के दौरान केशव ने कहा था कि संगठन सरकार से बड़ा है। हम कार्यकर्ता पहले हैं उपमुख्यमंत्री बाद में। सात कालिदास मार्ग का दरवाजा कार्यकर्ताओं के लिए हमेशा खुला है।