कानपुर

कानपुर सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीर सपूतों की धरती : नंद गोपाल गुप्ता नंदी

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कानपुर । कानपुर में अनेक स्वतंत्रता सेनानियों ने जन्म लिया और देश की आजादी के लिए अंग्रेजों से लोहा लिया। यह नगर नाना राव पेशवा की कर्मभूमि है जनपद कानपुर नगर देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले 62 वीर सपूतों की धरती है, सीमा की रक्षा करते हुए इस जनपद के बहादुर जवानों, सेना के अधिकारियों ने देश के लिए सर्वोच्च त्याग किया है। यह बात गुरुवार को 78 वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर नगर के नाना राव पार्क, फूल बाग में स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि मंत्री औद्योगिक विकास, निर्यात प्रोत्साहन मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नंदी’ ने कही।

उन्होंने कहा कि केंद्र व प्रदेश सरकार जन आकांक्षाओं की पूर्ति के लिए लगातार प्रयासरत है। सरकार अपनी नीतियों में सौहार्दपूर्ण वातावरण, संतुलित व समावेशी विकास का एजेंडा लेकर कार्य कर रही है। कहा कि स्वतंत्रता दिवस मनाने का उद्देश्य लोगों को यह याद दिलाना है कि अंग्रेजों की गुलामी देश के लिए कितनी घातक थी व इससे मुक्ति पाने के लिए स्वतंत्रता संग्राम के सेनानियों को कितना विशाल संघर्ष करना पड़ा।

उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता को अक्षुण्ण बनाए रखने व देश को प्रगति पथ पर ले जाने के लिए सरकार लगातार प्रयासरत है, जिससे कानपुर अछूता नहीं है।कानपुर में 216493 किसानों को 773.34 करोड़ रुपए की धनराशि डीबीटी के माध्यम से उनके खाते में स्थानांतरित की गई है। कुसुम योजना के तहत अब तक 593 सोलर पंपों की स्थापना की गई है। कानपुर नगर के 500 एकड़ में बने डिफेंस कॉरिडोर में डिफेंस इकाइयों की स्थापना की गई है।

इस मौके पर जिला पंचायत अध्यक्ष स्वप्निल वरूण ने कहा कि देश को गुलामी की जंजीरों से मुक्त कराने के लिए हमारे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने अथक प्रयास किया, जिससे आज हम स्वतंत्रता दिवस को मनाने हेतु एकत्रित हुए। आज उन्हें अपनी भावपूर्ण श्रद्धांजलि देते हुए नमन करने का दिन है।

जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने सभी का स्वागत करते हुए कहा कि हमारे राष्ट्रीय ध्वज के तीनों रंग बलिदान, शांति व उन्नति का प्रतीक है। जनमानस से अपील किया है कि राष्ट्र प्रथम की अवधारणा को चरितार्थ करने के लिए सर्वप्रथम राष्ट्र के बारे में सोचना होगा। मुख्य विकास अधिकारी दीक्षा जैन ने कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों से हमें प्रेरणा मिलती है कि जो आजादी हमें इतने संघर्षों के बाद प्राप्त हुई है, को कैसे अक्षुण्ण बनाए रखा जाए, इससे हमें यह प्रेरणा मिलती है कि निरन्तर धैर्य व साहस से किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।

स्वतंत्रता सेनानियों के परिजनों व वीरांगनाओं को किया गया सम्मानित

इस अवसर पर मंत्री नंदी ने शिव शंकर लाल गुप्ता, सत्येंद्र कुमार सिन्हा, राजकुमार सिंह, अनिल शुक्ल, पदम कान्त गुप्ता, पवन मिश्रा, मृगांक शेखर, चंद्रभान सिंह, सुमन दीक्षित, अशोक कुमार दीक्षित, विष्णु गुप्ता, अरविंद शुक्ला, डॉ0 रश्मि वर्मा, राम दुलारे गुप्ता, संध्या गुप्ता, आलोक शुक्ला, ऋषभ द्विवेदी, प्रदीप कुमार दुबे भगवान राज, मनु मिश्रा व संजय मिश्रा आदि को प्रतीक चिन्ह व शॉल देकर सम्मानित किया। साथ ही हाल ही में शहीद हुए सैनिकों की वीरांगना विधवाओं को प्रतीक चिन्ह व उपहार देकर सम्मानित किया गया, जिसमें हमीदा बानो पत्नी शहीद सूबेदार समसुल हक, अनीता देवी पत्नी शहीद सिपाही योगेंद्र पाल, नीरज देवी पत्नी शहीद जी0डी0 प्रदीप सिंह, राम कुमारी पत्नी शहीद जी0डी0 गोवल सिंह व अर्चना पत्नी शहीद बृजेंद्र कुमार को सम्मानित किया गया।

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