सीडब्ल्यूसी बैठक: केसी वेणुगोपाल ने कहा, जून में कांग्रेस को मिलेगा नया अध्यक्ष
नई दिल्ली (एजेंसी)। कांग्रेस में फैसले लेने वाली सबसे बड़ी कमिटी कांग्रेस वर्किंग कमिटी की बैठक जारी है। नए अध्यक्ष के चुनाव को लेकर देश की यह सबसे पुरानी पार्टी दो खेमों में बंटी हुई है। शुक्रवार को बैठक के दौरान कांग्रेस की यह कलह एक बार फिर सतह पर आ गई। टीवी रिपोट्र्स के मुताबिक सोनिया गांधी के सामने ही वरिष्ठ कांग्रेस नेता आनंद शर्मा और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आपस में उलझ पड़े। बताया जा रहा है कि कांग्रेस में नए अध्यक्ष का चुनाव मई तक खिसक सकता है। सूत्रों के मुताबिक बैठक में मौजूदा किसान आंदोलन को लेकर भी चर्चा हो रही है। अर्नब गोस्वामी के वायरल वॉट्सऐप चैट को लेकर भी सोनिया गांधी ने अपना गुस्सा जाहिर किया।
अशोक गहलोत और आनंद शर्मा के बीच तीखी बहस
टीवी रिपोट्र्स के मुताबिक सीडब्ल्यूसी की बैठक में कांग्रेस नेता अशोक गहलोत और आनंद शर्मा के बीच तीखी बहस हुई। बताया जा रहा है कि अशोक गहलोत ने आनंद शर्मा पर भड़कते हुए कहा कि आप हर 6 महीने में अध्यक्ष का चुनाव मांगते हैं, क्या आपको पार्टी के नेतृत्व पर भरोसा नहीं है। इस पर पार्टी की वरिष्ठ नेता अंबिका सोनी को बीच-बचाव करना पड़ा। उन्होंने दोनों को टोकते हुए कहा कि वे ज्यादा भावुक न हों।
सीडब्ल्यूसी की बैठक में ये प्रस्ताव किए गए पास
सीडब्ल्यूसी की बैठक में किसानों के मामले पर एक प्रस्ताव पारित किया गया। कोरोना वैक्सीन के लिए वैज्ञानिकों को धन्यवाद देने और लोगों से टीका लगवाने के लिए आगे आने की अपील करते हुए भी एक प्रस्ताव पास किया गया। इसके अलावा वॉट्सऐप चैट लीक की जेपीसी जांच को लेकर भी एक प्रस्ताव पारित हुआ।
सीडब्ल्यूसी की बैठक में सरकार पर बरसीं सोनिया गांधी
कांग्रेस वर्किंग कमिटी की बैठक को संबोधित करते हुए अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। सोनिया गांधी ने कहा कि किसानों के मुद्दे पर सरकार का घमंड और असंवेदनशीलता साफ नजर आ रही है। सोनिया गांधी ने कहा कि नए कृषि कानूनों को जल्दबाजी में लागू किया गया, इस पर संसद में सही तरीके से चर्चा तक नहीं की गई।
अर्नब गोस्वामी के वॉट्सऐप चैट पर कहा- राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता हुआ
कांग्रेस वर्किंग कमिटी की बैठक में सोनिया गांधी ने ने रिपब्लिक टीवी के प्रधान संपादक अरनब गोस्वामी की कथित वॉट्सएप चैट का हवाला देते हुए शुक्रवार को कहा कि दूसरों को देशभक्ति और राष्ट्रवाद का प्रमाणपत्र बांटने वाले अब पूरी तरह बेनकाब हो गए हैं। अर्नब गोस्वामी के लीक हुए वॉट्सऐप चैट पर उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा से पूर्ण रूप से समझौता किया गया।
जनहित के कई मुद्दों पर चर्चा की जरूरत
सोनिया गांधी ने कहा, एक सप्ताह में संसद सत्र आरंभ होने जा रहा है। यह बजट सत्र है, लेकिन जनहित के कई ऐसे मुद्दे हैं जिन पर पूरी तरह चर्चा किए जाने की जरूरत है। क्या सरकार इस पर सहमत होती है, यह देखना होगा। इसके अलावा अर्थव्यवस्था के मुद्दे पर सरकार को घेरते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि सरकार निजीकरण की हड़बड़ी में है।
जी-23 नेताओं ने पत्र लिखकर शीर्ष नेतृत्व पर सवाल उठाया था
कांग्रेस में पार्टी नेतृत्व को लेकर बीते साल 23 सीनियर नेताओं ने सोनिया गांधी को एक चि_ी भी लिखी थी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद के नेतृत्व में ये पत्र लिखा गया था। इन नेताओं में कपिल सिब्बल और आनंद शर्मा सरीखे नेता भी शामिल थे। इस ‘लेटर बम के बाद कांग्रेस में भूचाल आ गया था जिसके बाद आनन फानन में ष्टङ्खष्ट की बैठक बुलाई गई और असहमत नेताओं को शांत करने के लिए एक कमिटी बनाई गई थी।
सीडब्ल्यूसी की बैठक में राहुल को फिर से अध्यक्ष बनाने की हुई थी मांग
‘लेटर बम के बाद सोनिया गांधी की अध्यक्षता में हुई बैठक में गांधी परिवार के करीबी नेताओं ने एक बार फिर राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष बनाने की मांग की थी। हालांकि खुद राहुल गांधी इससे इनकार करते रहे। सोनिया गांधी ने नाराज नेताओं को मनाने के लिए जो कमिटी बनाई थी उसमें पूर्व पीएम मनमोहन सिंह भी शामिल थे।
कपिल सिब्बल बोले- स्थिति जस की तस
कांग्रेस नेता कपिल सिब्ब्ल ने हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को लेकर अपनी नाराजगी फिर से जाहिर की। उन्होंने कहा कि संगठनात्मक बदलाव की मांग को लेकर 23 नेताओं ने सोनिया गांधी को चि_ी लिखी, उनसे मुलाकात की। इसके बावजूद आंतरिक चुनाव को लेकर अभी कुछ भी स्पष्ट नहीं हुआ है। स्थिति जस की तस बनी हुई है। सिब्बल ने कहा कि सोनिया गांधी ने इस पर खुली चर्चा की थी लेकिन आंतरिक चुनाव के लेकर अबतक कोई रेस्पॉन्स नहीं आया है और न ही ये पता है कि यह कब और कैसे होगा।
नए कांग्रेस अध्यक्ष के तौर पर गहलोत के नाम की चर्चा
वहीं, अंदरखाने खबर यह भी आ रही है कि अगर राहुल गांधी फिर से कांग्रेस अध्यक्ष बनने से मना करते हैं तो अशोक गहलोत को कांग्रेस अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी जा सकती है। इस बात की संभावना इसलिए भी जताई जा रही है क्योंकि गहलोत गांधी परिवार के बेहद करीबी और विश्वसनीय हैं। राजस्थान में मुख्यमंत्री बनाने के लिए भी उनको सचिन पायलट पर तरजीह दी गई थी।
राष्ट्रवाद का प्रमाणपत्र बांटने वाले हुए बेनकाब: सोनिया
बैठक में सोनिया गांधी ने रिपब्लिक टीवी के प्रधान संपादक अर्नब गोस्वामी की कथित वायरल वाट्सएप चैट को लेकर कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा से पूरी तरह से समझौता किया गया। सरकार ने इसपर चुप्पी साधी हुई है। उन्होंने अर्थव्यवस्था को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि सरकार निजीकरण को लेकर हड़बड़ी में है। कोरोना टीकाकरण पर कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि आशा है कोविड टीकाकरण की प्रक्रिया जारी रहेगी और इसे पूरा किया जाएगा। सीडब्ल्यूसी की बैठक में उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि सरकार ने किसान संगठनों के साथ बातचीत के नाम पर हैरान करने वाली असंवेदनशीलता और अहंकार दिखाया है। सोनिया ने कहा, एक सप्ताह में संसद सत्र आरंभ होने जा रहा है। यह बजट सत्र है, लेकिन जनहित के कई ऐसे मुद्दे हैं जिन पर पूरी तरह चर्चा किए जाने की जरूरत है। क्या सरकार इस पर सहमत होती है, यह देखने होगा। केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन का उल्लेख करते हुए उन्होंने आरोप लगाया, किसानों का आंदोलन जारी है और सरकार ने बातचीत के नाम पर हैरान करने वाली असंवेदनशीलता और अहंकार दिखाया है। उन्होंने यह भी कहा, यह स्पष्ट है कि कानून जल्दबाजी में बनाए गए और संसद को इनके प्रभावों का आकलन करने का अवसर नहीं दिया गया। हम इन कानूनों को खारिज करते हैं क्योंकि ये खाद्य सुरक्षा की बुनियादों को ध्वस्त कर देंगे।
जून में कांग्रेस को मिलेगा नया अध्यक्ष
सीडब्ल्यूसी की बैठक के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा, कांग्रेस कार्य समिति ने निर्णय लिया है कि जून 2021 तक पार्टी को एक निर्वाचित कांग्रेस अध्यक्ष मिल जाएगा। सूत्रों का कहना है कि वरिष्ठ नेता मधुसूधन मिस्त्री की अध्यक्षता वाले केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण ने कांग्रेस अध्यक्ष समेत संगठन का चुनाव तमिलनाडु, केरल, पश्चिम बंगाल, असम और पुडुचेरी के विधानसभा चुनाव के बाद जून में कराने का प्रस्ताव रखा है। सूत्रों का कहना है कि चुनाव प्राधिकरण ने 29 मई को अधिवेशन कराए जाने की भी पेशकश की है। सीडब्ल्यूसी चुनाव प्राधिकरण के प्रस्ताव पर चर्चा कर रही है और इस पर कोई अंतिम निर्णय होगा।
सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस वर्किंग कमिटी की बैठक में तीन प्रस्ताव पास किए गए
1. कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन को देखते हुए सरकार कानूनों को वापस ले.
2. निजी चैनल के संपादक के वॉट्सऐप चैट में राष्ट्रीय सुरक्षा में चूक की जांच के लिए संयुक्त संसदीय कमिटी बनाने की मांग.
3. सभी देशवासी कोरोना वैक्सीन ले. वैक्सीन बनाने के लिए वैज्ञानिकों की सराहना की गई.