मंत्री की नाराजगी पर हरकत में दून अस्पताल का सिस्टम
देहरादून। आयुष्मान में दून, श्रीनगर, हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज में कम मरीजों के इलाज एवं यहां पर हो रही मरीजों को परेशानी पर मंत्री की नाराजगी पर सिस्टम हरकत में आया है। प्राचार्य ने तीन घंटे से ज्यादा बंद कमरे में सभी एचओडी के साथ बैठक की। सभी विभागों को मरीजों के इलाज का टारगेट दिया, वहीं लापरवाही पर कार्रवाई की हिदायत दी। कर्मचारियों की प्रोत्साहन राशि बांटने को लेकर जल्द कार्रवाई को कहा। वहीं रेफर करने का पूरा रिकार्ड रखना होगा और बिना मतलब रेफर पर एचओडी एवं संबंधित डाक्टर जिम्मेदार होंगे। उधर, मंत्री के निर्देशानुसार सरकारी अस्पतालों से सरकारी मेडिकल कॉलेजों में ही मरीजों को रेफर किया जाएगा। ऐसा न करने वाले अफसरों, डॉक्टरों पर कार्रवाई की जाएगी।
स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत ने यह नाराजगी जताई थी कि मेडिकल कॉलेजों में विशेषज्ञ डाक्टर, तमाम संसाधन होने के बाद भी सरकारी अस्पतालों में महज 35 फीसदी मरीजों को ही इलाज मिल रहा है। निजी मेडिकल कॉलेजों में मरीजों को रेफर कर दिया जाता है। शिकायत मिल रही थी आरोग्य मित्र वार्डों का दौरा नहीं करते और मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ती है। कार्ड बनाने में भी लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। आयुष्मान के लिए इंप्लांट, दवाई के लिए मरीज को खुद भटकना पड़ता है। कई दवाएं टेंडर में मंगाई ही नहीं जा रही है, लाखों रुपये की एलपी बाहर से की जाती है। जिसमें लंबा समय लग जाता है। वहीं कई डाक्टरों पर बाहर से इंप्लांट मंगाने के भी आरोप हैं। अब गुरुवार को बैठक में मंत्री की डांट का असर दिखाई पड़ा। 25 हजार मरीजों के साल में इलाज को बड़े विभाग जैसे मेडिसन, ऑर्थो, सर्जरी, पीडिया, गायनी को 500 मरीज प्रति महीना, छोटे ईएनटी, डेंटल आदि को 300 एवं उससे छोटे स्किन आदि को 200 मरीज प्रति माह भर्ती करने का टारगेट दिया गया। सभी एचओडी की जिम्मेदारी तय की गई। ऐसा नहीं होने पर कार्रवाई की बात कही। एमएस डा. केसी पंत, डीएमएस डा. एनएस खत्री समेत सभी एचओडी मौजूद रहे।
वार्डों में विजिट कर बनाएं कार्ड
आरोग्य मित्रों को सख्त हिदायत दी गई कि वह वार्डों में विजिट कर मरीजों के कार्ड बनाए। लाउडस्पीकर एवं पोस्टरों के माध्यम से मरीजों एवं तीमारदारों को जागरूक किया। वहीं नोडल अधिकारी निजी अस्पतालों का दौरा कर वहां की बारीकियों को सीखेंगे। ताकि यहां पर लाभ मिल सके।