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किसान की ठण्ड से मौत,बिजली की आंखमिचौली बनी मौत का कारण
राजापुर । चित्रकूट – जहाँ एक ओर उत्तर प्रदेश सरकार भीषण शीतलहर से निजात पाने के लिए कड़े निर्देश जारी किए हैं और कम्बल वितरण करने के भी निर्देश हैं वहीं एक किसान तहसील क्षेत्र राजापुर के नाँदिन कुर्मियान गाँव में अपने ट्यूबवेल से सिंचाई कर रहा था, विद्युत की आवाजाही के कारण खेत की मेड़ में इंतजार कर रहे किसान की हालत बिगड़ने पर राजापुर के प्राइवेट चिकित्सालय में भर्ती कराया गया, हालत गम्भीर होने पर जिला चिकित्सालय कर्वी के लिए रिफर किया गया। जिला चिकित्सालय ने भी प्रयागराज के लिए रिफर कर दिया जहाँ रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।
बताते चलें कि राजापुर तहसील क्षेत्र के नाँदिन कुर्मियान गाँव के किसान नन्दलाल सिंह (70) पुत्र नत्थू सिंह अपने मरवा हार में ट्यूबवेल से सिंचाई करने के लिए शुक्रवार की रात अपने पुत्र शिवगोविन्द के साथ सिंचाई कर रहा था तभी बिजली की आवाजाही व लो वोल्टेज के कारण खेत की मेड़ पर ही बैठे बिजली आने का इन्तजार रहे थे कि तभी नन्दलाल सिंह पुत्र नत्थू सिंह (70वर्ष) की ठण्ड लगने से हालत गम्भीर हो गई और वहीं मेड़ पर ही बेहोश हो गया। वहीं मौजूद पुत्र शिवगोविन्द ने अपने परिजनों को मोबाइल द्वारा सूचना दी गई, मौके पर पूरे परिजनों ने गंभीर हालत में ले जाकर राजापुर कस्बे के एक प्राइवेट चिकित्सालय में इलाज करा ही रहे थे कि हालत गम्भीर होने के कारण जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया जहां डॉक्टरों ने प्रयागराज के लिए रिफर कर दिया जहाँ रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।
मृतक के पुत्र शिवगोविन्द ने घटना की सूचना प्रभारी निरीक्षक अनिल कुमार सिंह को लिखित रूप से देकर पोस्टमार्टम कराने का अनुरोध किया था जिस पर प्रभारी निरीक्षक ने पंचनामा कर शव विच्छेदन हेतु राजकीय चिकित्सालय कर्वी भेज दिया है।
उधर तहसीलदार राजापुर अजय कटियार का कहना है कि शीतलहर को देखते हुए ठण्ड से बचने के लिए लेखपालों के माध्यम से सूचनाएँ दी गई थीं, किसान की मौत की खबर मिली है जबकि मृतक की उम्र 70वर्ष बताई गई है जिसे पीएम कराने के निर्देश जारी किए गए थे, पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
उधर मृतक के बड़े पुत्र बालगोविन्द सिंह ने बताया कि मृतक पिता का संरक्षण हर हमेशा कृषि क्षेत्र में पर्याप्त मात्रा में मिलता था और उन्हीं के द्वारा कृषि कार्य भी किया जाता था, रोते – बिलखते हुए बताया कि मृतक के तीन पुत्र हैं रामगोविंद , शिवगोविन्द जो दोनों मुझसे छोटे है, माँ बूदी एवं परिजनों का रों – रों कर बुरा हाल है।