
जन एक्सप्रेस/महराजगंज। महराजगंज में चल रही शीतलहर से जहां जन जीवन प्रभावित हो रहा है। वही घने कोहरे से किसानों को आलू व सरसों के उत्पादन में नुकसान की चिंता सता रही है।
फसल को लेकर चिंतित किसान
किसानों का कहना है कि पाला पड़ने से आलू की फसल को नुकसान होगा वही सरसों के दाने कमजोर हो जाएंगे। पहले के प्रभाव से पौधों की पत्तियां एवं फुल झुलस कर झड़ जाते हैं। जिससे अधपके फल सिकुड़ जाते हैं। फलियां एवं बालियों में दाने नहीं बनते या फिर बन रहे दाने सिकुड़ जाते हैं। वहीं गोभी बैगन मेथी पालक टमाटर आदि सब्जियों पर भी ठंड की मार पड़ने लगी है। पाला व ठंड से बचाव में दवा का छिड़काव किसानों के द्वारा कराया जा रहा है। घने कोहरे से आलू के नुकसान को लेकर किसान परेशान हैं।
क्षेत्र के अधिकतर किसान गेहूं के साथ आलू की भी खेती करते हैं। अधिक ठंड के कारण कोहरे का प्रभाव सीधे आलू और सरसों के पौधों पर पड़ता है। जिससे पौधों को पाला मार देता है और फसलें नष्ट हो जाती हैं। हरे-हरे पौधे झुलस जाते हैं। पाला पड़ने का असर फसलों पर पड़ता है जिससे उत्पादन कम हो जाती है अधिक ठंड के कारण किसान परेशान है।
फसल को पाला से बचाने के लिए करे ये उपाए
इस संबंध में डा. डीपी सिंह वरिष्ठ वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केंद्र बसुली ने बताया कि इस समय आलू के फसल और सरसों में पाला पड़ने की समस्या अधिक रहती है। इसलिए किसान आलू के फसलों में हल्की सी सिंचाई करें और उसके बगल में धुआं का प्रबंध करें। इसके अलावा इन्डोफीम एम 45 का छिड़काव करें जिससे फसलों पर पाला का असर नहीं पड़ेगा।
किसान दीपू शाही ने बताया कि इस बार अधिक उत्पादन के लिए आलू बोया हुआ था। लेकिन मौसम में बदलाव के कारण पाला अधिक पड़ रहा है। जिससे आलू की फसल बर्बाद हो रही है। पाला पड़ने से उत्पादन में कमी आ जाएगी।
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