श्रीरामचरित मानस की जन्मस्थली पर लगा ऐतिहासिक हनुमान मेला

जनएक्सप्रेस, चित्रकूट: चित्रकूट जिले के राजापुर में स्थित गोस्वामी तुलसीदास जी की जन्मभूमि पर अगहन मास की पूर्णिमा से लेकर पौष पूर्णिमा तक आयोजित ऐतिहासिक हनुमान मेला का भव्य समापन हुआ। अंतिम दिन संकट मोचन के दर्शन के लिए लाखों श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। ठंड के बावजूद श्रद्धालुओं ने ढोल-मृदंग और अन्य वाद्य यंत्रों के साथ नाचते-गाते और रामधुन गाते हुए संकट मोचन हनुमान जी के चरणों में प्रसाद चढ़ाया। मेला क्षेत्र करीब तीन से चार किलोमीटर में फैला रहा और लगभग आठ से दस लाख भक्तों ने दर्शन किए।
प्रसाद और झूलों की रही भारी मांग
मेले में लड्डू प्रसाद की दुकानों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। अनुमान लगाया गया कि लगभग 1,000 कुंतल प्रसाद की बिक्री हुई। इसके अलावा, घरेलू सामान, सौंदर्य प्रसाधन और खिलौनों की दुकानों पर भी श्रद्धालुओं का खासा रुझान देखने को मिला। बच्चों और युवाओं ने मेले में झूलों और अन्य मनोरंजक गतिविधियों का खूब आनंद लिया। भक्तों के लिए हजारों भंडारों का आयोजन किया गया, जहां श्रद्धालु भोजन और प्रसाद ग्रहण कर मेले की भव्यता का हिस्सा बने।
सुरक्षा व्यवस्था और पुलिस बल की मुस्तैदी
मेले में लाखों श्रद्धालुओं की उपस्थिति को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए। क्षेत्राधिकारी जयकरन सिंह के निर्देशन में राजापुर, रैपुरा, सरधुवा, और पहाड़ी थानों के अलावा अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया। मंदिर से लेकर पूरे मेला क्षेत्र में तीन से चार किलोमीटर की परिधि में पुलिसकर्मियों को चप्पे-चप्पे पर तैनात किया गया। प्रभारी निरीक्षक मनोज सिंह स्वयं मेला क्षेत्र में भ्रमण करते हुए अराजक तत्वों पर नजर रखे हुए थे। प्रशासन की इस सक्रियता से मेला शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ।