भारतीय शेयर बाजार के प्रति विदेशी निवेशकों का बढ़ा आकर्षण
नई दिल्ली । निवेशकों ;एफपीआईद्ध ने इस महीने अब तक भारतीय शेयर बाजारों में करीब 5ए600 करोड़ रुपये डाले हैं। त्योहारी सीजन में उपभोक्ता खर्च बढ़ने की उम्मीद इसके पीछे एक बड़ा कारण है। साथ ही अन्य उभरते बाजारों की तुलना में फंडामेंटल मजबूत होने से एफपीआई का आकर्षण बढ़ा है।
इससे पहले अगस्त में विदेशी निवेशकों ने भारतीय शेयरों में 51ए200 करोड़ रुपये तथा जुलाई में करीब 5ए000 करोड़ रुपये का निवेश किया था। जुलाई में करीब नौ माह बाद एफपीआई शुद्ध निवेशक बने थे। उसके बाद से उनका यह रुख जारी है। एफपीआइ की भारतीय बाजारों से निकासी का सिलसिला पिछले साल अक्टूबर में शुरू हुआ था। अक्टूबरए 2021 से जूनए 2022 के दौरान एफपीआइ ने 2ण्46 लाख करोड़ रुपये के शेयर बेचे थे।
बांड यील्ड से खतरा
डिपाजिटरी के आंकड़ों के अनुसारए एक से नौ सितंबर के दौरान एफपीआइ ने भारतीय शेयर बाजारों में शुद्ध रूप से 5ए593 करोड़ रुपये डाले हैं। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजय कुमार ने कहा कि भारतीय बाजारों में एफपीआइ की लिवाली जारी रहेगी। यदि अमेरिका में बांड यील्ड बढ़ती है या डालर इंडेक्स 110 से ऊपर जाता हैए तो उनका रुख प्रभावित हो सकता है।
भारतीय शेयर बाजार में तेजी
बीते हफ्ते भारतीय शेयर बाजार में बड़ी तेजी देखने को मिलीए जिसके कारण बाजार मूल्यांकन के हिसाब से देश की 10 सबसे बड़ी कंपनियों में से सात के संयुक्त बाजार मूल्यांकन में 1ण्33 लाख करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है। इस दौरान बीएसई के मुख्य सूचकांक सेंसेक्स में 989 अंक या 1ण्68 फीसदी का इजाफा हुआ।