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भू माफिया ने बेच डाली श्री ठाकुर जी महाराज ट्रस्ट की जमीन!

जिला पंचायत की जमीन पर अवैध कब्जा करने वाले भू माफिया शिवकुमार तिवारी का एक और काला कारनामा!

जन एक्सप्रेस/विश्वामित्र पांडेय
लखनऊ। राजधानी में सेवा ट्रस्ट व सोसाइटी की आड़ में जमीन की खरीद फरोख्त का एक ऐसा मामला प्रकाश में आया है, जो सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ की पूरी ब्यूरोक्रेट सहित राजस्व अधिकारियों, प्रशासनिक अधिकारियों एवं सोसाइटी रजिस्ट्रार तक को कटघरे में खड़ा करने के लिए पर्याप्त है।
लखनऊ के सरोजनीनगर तहसील स्थित बंथरा में मौजूद श्री ठाकुर जी महाराज ट्रस्ट के नाम गाटा संख्या 616 रकबा 1.218 हेक्टेयर भूमि वर्ष 2010 तक दर्ज रही, लेकिन ट्रस्ट के प्रबंधकर्ता बालकृष्ण तिवारी के बेटे शिवकुमार तिवारी द्वारा वर्ष 2010 में सोसाइटी अधिनियम 1860 के तहत श्री ठाकुर जी महाराज सेवा समिति के नाम से एक समिति बनाई जिसके माध्यम से ट्रस्ट की भूमि का सौदा कर करोड़ों का खेल किया गया है।
श्री ठाकुर जी महाराज के नाम दर्ज अंबरपुर मजरा बंथरा सिकंदरपुर परगना बिजनौर तहसील सरोजनी नगर स्थित भूमि गाटा संख्या 616 रकबा 1.218 हेक्टेयर का नामांतरण श्री ठाकुर जी महाराज सेवा समिति के नाम कैसे हुआ, इसका जवाब अब तक नहीं मिल पाया। वहीं तहसील के अधिकारी व कर्मचारी मामले में चुप्पी साधे हुए हैं।

समाज सेवा के नाम पर परिवार के सदस्यों के नाम ट्रांसफर की गई ट्रस्ट की जमीन

जानकारों की मानें तो श्री ठाकुर जी महराज के नाम से अंबरपुर मजरा बंथरा सिकंदरपुर परगना बिजनौर तहसील सरोजनी नगर में स्थित गाटा संख्या 616 के प्रबंधकर्ता बालकृष्ण तिवारी थे, जिसके बाद वर्ष 2010 में आयुर्वेदिक चिकित्सालय की भूमि पर अवैध कब्जा करने वाले बंथरा सिकंदरपुर निवासी शिवकुमार तिवारी द्वारा ट्रस्ट से मिलते जुलते नाम की एक समिति, सोसायटी अधिनियम 1860 के तहत बनाई गई, जिसका नाम श्री ठाकुर जी महराज सेवा समिति रखा गया। नव सृजित समिति में कथित भू माफिया शिवकुमार तिवारी द्वारा अपने परिवार के सदस्यों जैसे बेटों, बहुओं और रिश्तेदारों को शामिल किया गया। बाद में इन्हीं पारिवारिक सदस्यों और रिश्तेदारों के नाम ट्रस्ट की जमीन को सस्ते दामों पर विक्रय कर दिया गया।

तहसील के अधिकारियों के पास नहीं है इस बात का कोई जवाब

बड़ी बात यह है कि तहसील सरोजनीनगर के किसी भी अधिकारी अथवा कर्मचारी को इस बात का अनुमान भी नहीं है कि इतनी बड़ी चूक कैसे हो गई कि एक ट्रस्ट के प्रबंधकर्ता की गैर मौजूदगी में ट्रस्ट की भूमि एक सोसायटी के नाम हो गई और उसका विक्रय भी कर दिया गया।
शेष अगले अंक में…

उक्त मामले से संबंधित किसी भी प्रकार की जानकारी साझा करने के लिए जन एक्सप्रेस के आधिकारिक मोबाइल नंबर 89338 05555 पर संपर्क कर सकते हैं, जानकारी देने वाले का नाम गोपनीय रखा जाएगा।

भू माफिया का कच्चा चिट्ठा जल्द पढ़िए… सिर्फ जन एक्सप्रेस के साथ…

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