किसानों की मांगे मानना किसी भी सरकार के लिए आसान नहीं: वी. के. सिंह
मेरठ। केंद्रीय मंत्री एवं पूर्व सेनाध्यक्ष वी. के. सिंह ने कहा कि अपनी विभिन्न मांगों को लेकर दिल्ली हरियाणा सीमा पर प्रदर्शन कर रहे किसानों की मांगे पूरी करना किसी भी सरकार के लिए आसान नहीं है।
वीके. सिंह ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में किसानों के आंदोलन से जुड़े एक सवाल पर कहा कि आंदोलनकारी किसानों के नेता जो मांगे कर रहे हैं उन्हें पूरा करना किसी भी सरकार के लिए आसान नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि असल बात यह है कि किसान नेता मामले का समाधान निकालना ही नहीं चाहते हैं।
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री सिंह ने कहा कि वर्तमान में किसानों को विभिन्न तरीके से दिए जाने वाली सब्सिडी और प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के खर्च को अगर मिला लें तो यह देश के कुल सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 2.4 प्रतिशत है जबकि सेना पर किया जाने वाला खर्च जीडीपी का केवल 1.9 प्रतिशत ही है।
अग्निवीर को लेकर विपक्षी दलों के नेताओं की आलोचना के सवाल पर पूर्व सेना अध्यक्ष ने कहा कि असल बात यह है कि विपक्षी दलों के नेता सेना को नहीं जानते हैं इसीलिए इस योजना का विरोध करते हैं। उन्होंने कहा कि सच्चाई यही है कि अग्निवीर युवाओं के लिए एक बेहतर अवसर है। बहुत से युवा सेना में भर्ती होने के बाद में सोचते थे कि उन्होंने ग़लत निर्णय ले लिया और वह आसानी से वहां से निकल नहीं पाते थे। उन्होंने कहा कि अग्निवीर एक ऐसा अवसर है कि आसानी से वापस निकलने का मौक़ा भी मिलेगा और सेना में सेवा जारी रखने का भी अवसर मिलेगा।