कानपुर का मर्चेंट नेवी कर्मी मलेशिया में शिप से लापता
जन एक्सप्रेस संवाददाता
कानपुर नगर। मर्चेंट नेवी में कार्यरत कानपुर जिले का रहने वाला युवक मलेशिया से लापता हो गया है। 22 लोगों के बैच में 21 युवक वापस आ गए, लेकिन कानपुर के युवक का कुछ पता नहीं चल रहा है। बेटे के लापता होने की जानकारी पर परिजन बेहाल हैं और आंखों के आंसू नहीं थम रहे हैं। गुरुवार को परिजनों ने प्रधानमंत्री से अपने आंख के तारे को वापस लाने की फरियाद की है। मामले में कानपुर पुलिस से पीडि़त परिजनों ने गुहार लगाई है। पुलिस ने दूतावास से सम्पर्क के बाद जानकारी का आश्वासन दिया है।
कानपुर के ग्वालटोली में रहने वाले एक परिवार इन दिनों मर्चेंट नेवी में कार्यरत एकलौते बेटे के लापता होने से परेशान है। बूढ़ी मां सुमन पाल की पथराई आंखें अपने जिगर के टुकड़े का रो-रोकर इंतजार कर रही है। इनका एकलौता बेटा मनीष पाल मर्चेंट नेवी में काम करता है और पिछले साल सितंबर में घर से काम पर निकला था। बीती 29 जनवरी को मनीष ने अपने परिजनों से बातचीत भी की थी, लेकिन 30 तारीख को परिजनों को मैसेज के जरिये यह बताया गया कि मनीष लापता है। इसके बाद से परिजनों का कानपुर में परिवारवालों को हाल बेहाल है। जब परिजनों ने कंपनी के लोगों से संपर्क साधा तो कंपनी भी उन्हें कोई जवाब नहीं दे रही है। लापता बेटे के मां-बाप, चार बहनें उसका इंतजार कर रही हैं लेकिन उसकी कोई भी सूचना उन्हें नहीं मिल रही। मनीष की मां सुमन और मामा सुनील पाल का कहना है कि सभी अधिकारियों के पास जाकर उन लोगों ने मनीष को घर वापस लाने के लिए गुहार लगाई है लेकिन कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिल रहा है। ऐसे में अब उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से विशेष फरियाद कर उनके घर के एक एकलौता कमाने वाले बेटे को जल्द से जल्द घर वापस लाने की गुहार लगाई है।
इस सम्बंध में पुलिस अधीक्षक पश्चिम डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि 29 जनवरी को शाम 5 बजे मनीष ने अपनी बहन को कॉल किया था और बताया था कि वह लिथुआनिया देश के क्लाइपेड़ा पोर्ट से मलेशिया की तरफ लाल सागर में बढ़ रहा है। मनीष ने अपनी बहन को यह भी बताया था कि मर्चेंट नेवी में जो स्टाफ है वह उसे काफी परेशान करता है। यही बात मनीष के परिजनों को काफी ज्यादा परेशान कर रही है उन्हें मनीष के साथ किसी अनहोनी की भी आशंका है। इधर, कंपनी भी कोई जवाब नहीं दे रही और अधिकारी टालमटोल का रवैया अपना रहे हैं। एसपी पश्चिम का कहना है कि हमने मिनिस्ट्री ऑफ एक्सटर्नल अफेयर्स से इस मामले में बातचीत की है। वहां से जैसा जवाब आता है, उससे परिजनों को अवगत कराया जाएगा।