आधुनिक होते सशक्त अर्धसैनिक बल, अमृतकाल के जन व अमृत-रक्षक बन रहे युवा
नई दिल्ली । भारत की बढ़ती सुरक्षा आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए केंद्र की मोदी सरकार ने सशस्त्र बलों को आधुनिक तकनीक से जोड़ने की दिशा में सतत कदम उठाए हैं। रिक्त पदों को तेजी से भरने पर बल दिया है। इसी कड़ी में 28 अगस्त को रोजगार मेले में 51 हजार से अधिक युवाओं को विभिन्न केंद्रीय सशस्त्र पुलिसबलों में नियुक्ति पत्र दिए। यह युवा अमृतकाल के भारत की मजबूत और तकनीक कुशल सुरक्षा सुनिश्चित करने में अपना योगदान देंगे। अपनी ऊर्जा, उत्साह, सेवा और समर्पण से राष्ट्र निर्माण के संकल्पों को सिद्ध करेंगे।
भारत की युवा शक्ति के सपनों को पंख देने के लिए पिछले 9 वर्ष से लगातार कार्य हो रहे हैं। इनका लाभ भी करोड़ों युवाओं को मिला है। युवा शक्ति के सामर्थ्य से राष्ट्र निर्माण के लक्ष्य को जोड़ने के प्रयासों की श्रृंखला में रोजगार मेले एक अहम कड़ी बनकर उभरे हैं।
सरकार रोजगार मेले के तहत सहज, सरल, समयबद्ध और पारदर्शी तरीके से केंद्र सरकार 10 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी देने का प्रयास कर रही है। रोजगार मेले के आठवें चरण में प्रधानमंत्री मोदी ने 51 हजार से अधिक नवनियुक्त केंद्रीय कर्मियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने नवनियुक्तों को अमृत रक्षक बनने पर बधाई देते हुए कहा कि मैंने आपको अमृत रक्षक इसलिए कहा, क्योंकि आज जिन युवाओं को नियुक्ति पत्र मिल रहा है, वो देश की सेवा, रक्षा के साथ-साथ नागरिकों की भी रक्षा करेंगे। इसलिए एक तरह से आप इस अमृतकाल के जन और अमृत-रक्षक भी हैं।
सरकार के मुताबिक, अब तक करीब 5.50 लाख से अधिक युवा कर्मयोगी रोजगार मेले के तहत सरकारी नौकरी पाकर भारत को विकसित भारत बनाने के संकल्प को मजबूती दे रहे हैं। सुरक्षा राष्ट्र निर्माण का अहम हिस्सा है। आज भारत की सोच सकारात्मक है और विकास के लिए अभूतपूर्व उत्साह है। साथ ही भारत की युवा प्रतिभा पर पूरी दुनिया की नजर है, ऐसे में रोजगार मेले जैसे कदम युवा सपनों को सच करने और उन्हें नेशन फर्स्ट के विजन से जोड़ने का एक सशक्त माध्यम बने हैं। देशभर में 45 स्थानों पर 28 अगस्त को कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। सीएपीएफ के साथ-साथ दिल्ली पुलिस को मजबूत करने से इन बलों को आंतरिक सुरक्षा में सहायता करने, आतंकवाद का मुकाबला करने, उग्रवाद से निपटने, वामपंथी उग्रवाद विरोधी कार्रवाई और देश की सीमाओं की रक्षा करने में मदद मिलेगी।
भर्ती प्रक्रिया में कई बड़े बदलाव
बीते कुछ वर्षों में अर्धसैनिक बलों की भर्ती प्रक्रिया में कई बड़े बदलाव किए गए हैं। आवेदन से लेकर चयन तक की प्रक्रिया में तेजी लाई गई है। अर्धसैनिक बलों में भर्ती के लिए होने वाली परीक्षा अब 13 स्थानीय भाषाओं में भी कराई जा रही है। पहले ऐसी परीक्षा में सिर्फ हिंदी या अंग्रेजी भाषा चुनने का ही विकल्प होता था। इस बदलाव से लाखों युवाओं के लिए रोजगार पाने के रास्ते खुल गए हैं। पिछले वर्ष छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित जिलों में सैकड़ों आदिवासी युवकों की नियुक्ति की गई थी। इन्हें नियमों में छूट देकर सुरक्षाबल में भर्ती होने का अवसर दिया गया, ताकि विकास की मुख्यधारा से जुड़े रहें। इसी तरह बॉर्डर डिस्ट्रिक्ट और उग्रवाद प्रभावित जिलों के युवाओं के लिए कांस्टेबल भती परीक्षा में कोटा बढ़ाया गया है। सरकार के प्रयासों से अर्धसैनिक बल लगातार आधुनिक और मजबूत हो रहे हैं।
सीएपीएफ में खुल रहे सेवा के द्वार
सरकार के मुताबिक, रोजगार मेला हमारे युवाओं के लिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) में सेवा के द्वार खोल रहा है। उन्हें योगदान देने और उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए मूल्यवान अवसर प्रदान कर रहा है। रोजगार मेला हमारे युवाओं के लिए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल, सीमा सुरक्षा बल, सशस्त्र सीमा बल, असम राइफल्स, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल, भारत तिब्बत सीमा पुलिस, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो, दिल्ली पुलिस में भी सेवा के द्वार खोल रहा है।