नौतपा का प्रहार, 47 डिग्री हुआ पारा
नौतपा का कहर बरस रहा है। मिलेनियम सिटी गुरुग्राम का पारा 47 डिग्री पार हो चुका है। लोगों में हाहाकार बचा है। लोग हाय-हाय करते हुए हांफ रहे हैं। बीते एक सप्ताह से भीषण गर्मी ने जीना मुहाल कर दिया है।
डॉक्टर भी गर्मी के सितम से बचने की सलाह दे रहे हैं। क्योंकि यह समय हर उम्र के व्यक्ति के लिए घातक है।
भले ही दो जून तक नौपता के रहने की मौसम विभाग की भविष्यवाणी हो, लेकिन गर्मी अभी सताती रहेगी। हीट वेव चलती रहेंगी। ऐसे में जरूरी है कि हम सब अपने आपको इस मौसम के कहर से बचाएं। बचाव के लिए सीधे धूप से बचें। अपने घरों के खिडक़ी, दरवाजे बंद रखें। बच्चों, बुजुर्गों का खास ख्याल रखें। क्योंकि सुबह 7 बजते ही झुलसाती लू का अहसास शुरू होने लगता है। दोपहर 12 बजे तक सडक़े वीरान होने लगती है। ट्रैफिक की मूवमेंट बेहद कम हो जाती है तो बाजार सूने दिखाई देने लगते हैं।
सिविल सर्जन डा. विरेंद्र यादव का कहना है कि इस सभी को अपना बचाव करना चाहिए। अस्पताल में बीमारों की संख्या बढ़ी है। स्वास्थ्य विभाग हर स्थिति से निपटने को तैयार है। फिर भी हम सबको अपना बचाव करना जरूरी है। गर्मी के मौसम में हवा के गर्म थपेड़ों और बढ़े हुए तापमान से लू लगने का खतरा बढ़ जाता है। खासकर धूप में घूमने वालों, खिलाडिय़ों, बच्चों, बुजुर्गों और बीमार व्यक्तियों को लू लगने का डर ज्यादा रहता है। लू लगने पर उसके इलाज से बेहतर है, हम लू से बचे रहें। यानी बचाव इलाज से बेहतर है।
डीसी निशांत कुमार यादव के मुताबिक राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग हरियाणा द्वारा जनहित में लू से बचाव के लिए एडवाइजरी जारी कर रखी है। जिसकी सभी को पालना करते हुए स्वास्थ्य सुरक्षा बनाए रखनी है। डीसी ने आमजन से आह्वान किया कि वे सरकार की ओर से जारी की गई एडवाइजरी की पालना करें और लू से बचे रहें। बच्चों को वाहनों में छोडक़र न जाएं उन्हें लू लगने का खतरा हो सकता है। नंगे पांव बाहर न जाएं, गर्मी से राहत के लिए हाथ का पंखा अपने पास रखें, काम के बीच में थोड़ा-थोड़ा विश्राम लें, खेत खलिहान में काम कर रहे हैं तो समय-समय पर पेड़ या छाया में ही आसरा लें।