टिशू कल्चर द्वारा तैयार पौधे होते हैं बीमारी रहित, स्वास्थ्य के लिए लाभप्रद
जन एक्सप्रेस संवाददाता
कानपुर नगर। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के टिशू कल्चर प्रयोगशाला मे ड्रैगन फ्रूट के पौधे टिशू कल्चर विधि द्वारा तैयार किए गये हैं जिसे टिशु कल्चर प्रयोगशाला प्रभारी डॉ. आर. पी. व्यास ने तैयार किया है। उन्होंने बताया कि टिशू कल्चर द्वारा तैयार पौधे बीमारी रहित होने के साथ ही इसमे पोषकीय तत्व प्रोटीन, फैट, क्रूड फाइबर, कार्बोहाइड्रेट, ग्लूकोज, विटामिंस तत्व प्रचुर मात्रा में पाए जाने से यह स्वास्थ्य के लिए लाभप्रद होते हैं।
सहायक निदेशक शोध डॉ. मनोज मिश्र ने बताया कि ड्रैगन फ्रूट मे बीटा लाइंस, पॉलिफिनॉल्स और एस्कोरबिक एसिड जैसे प्रभावी एंटी ऑक्सीडेंट होते हैं जिससे यह शरीर में प्रतिरोधक क्षमता विकसित करते हैं तथा ड्रैगन फ्रूट डायबिटीज, ह्रदय रोग, कैंसर, कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण, पेट संबंधी समस्याओं, गठिया, डेंगू, हड्डियों एवं दातों में लाभकारी होता है। डॉ. व्यास ने बताया कि ड्रैगन फ्रूट पौधों का रोपण सीधे खेतों में किया जाता है तथा इसका उचित समय जून एवं जुलाई होता है साथ ही उन्होंने कहा कि ड्रैगन फू्रट की खेती के साथ किसान अंत: फसली खेती भी कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि जिन किसानों को ड्रैगन फ्रूट खेती करनी है वह पौधों की अग्रिम मांग करें क्योंकि पौधे मांग के अनुसार प्रयोगशाला में तैयार किए जाते हैं।