सावन के प्रथम दिन चढ़ाया जाता भगवान शिव को थाली
लखनऊ । राजधानी लखनऊ के कपूरथला स्थित शिव मंदिर में बीते 15 वर्षों से सावन के प्रथम दिन भगवान शिव को प्रसाद की थाली चढ़ाने की परम्परा है। इसी परम्परा को आगे बढ़ाते हुए शिव भक्त मंगलवार को पुनः एक बार भगवान शिव को प्रसाद चढ़ाएंगे।
उल्लेखनीय है कि श्रावण मास की शुरूआत मंगलवार से हो रही है। इस माह में शिवभक्त शिव की आराधाना में लीन रहते हैं। शिव मंदिरों में पूजन एवं जलाभिषेक के लिए भक्तों की भीड़ जुटी रहती है।
शिव मंदिर के व्यवस्थापक धाकड़ सिंह ने सोमवार को बताया कि भगवान शिव के भक्तों के लिए सावन माह में प्रत्येक दिन पवित्र पावन है। सावन के प्रत्येक दिन भगवान शिव को प्रसाद चढ़ाकर दर्शन करने से पुण्य प्राप्ति होती है। इसी कारण वह पहले दिन ही भगवान को प्रसाद की थाली चढ़ाते हैं और इसके बाद भक्तों के लिए भंडारा किया जाता है। उन्होंने बताया कि शिव की थाली में दूध, दही, घी, बेल-पत्र, अच्छत, भष्म, रोली, मदार की माला, धतूरा, भांग समेत अन्य सामग्रियां होती हैं।
उन्होंने बताया कि सावन माह में पहले दिन के कार्यक्रम की परम्परा 15 वर्षों से है। इसकी मन में इच्छा आने के बाद से शुरुआत हुई थी। उस समय कुछ दोस्तों ने भंडारा करने के लिए कहा और तभी से भगवान को प्रसाद चढ़ाने के बाद उस प्रसाद का वितरण शुरु हुआ। माह का सोमवार एक विशेष महत्व रखता है। उस दिन भी कई भक्त मंदिर के बाहर भंडारा करते हैं।
– भगवान शिव को दूध, दही, मक्खन चढ़ाये
भगवान शिव के भक्त भाकड़ सिंह ने शिव भक्तों से अपील की कि भगवान शिव को दूध, दही, मक्खन, मदार की माला चढ़ाये। भांग धतूरा हो सके तो कम ही चढ़ाये। नशीले वस्तुओं को चढ़ाते हुए साथ में दूध आवश्यक रुप से चढ़ाये।