समय के अनुरूप तैयारी जरूरी: मुख्यमंत्री योगी
जन एक्सप्रेस लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के 92वें संस्थापक सप्ताह समारोह के समापन अवसर पर बच्चों को अपनी बातों से जागरूक किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि समय की धारा के अनुरूप खुद को तैयार करना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि कालचक्र किसी के लिए नहीं रुकता और समय के अनुरूप खुद को ढालने में असफल लोग पीछे छूट जाते हैं। सामूहिकता की भावना और टीम वर्क के महत्व पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे प्रयासों से ही सार्थक परिणाम मिलते हैं।
टीम वर्क से इंसेफेलाइटिस नियंत्रण की सफलता
मुख्यमंत्री ने टीम वर्क की ताकत का उदाहरण देते हुए बताया कि इंसेफेलाइटिस, जिसने पूर्वी उत्तर प्रदेश के 50,000 से अधिक बच्चों की जान ली थी, 2017 में टीम भावना और सरकार के विभिन्न विभागों के समन्वय से नियंत्रित किया गया। 40 साल की समस्या को महज 2 वर्षों में सुलझा लिया गया, जिससे यह सिद्ध होता है कि कठिन चुनौतियों का समाधान सामूहिक प्रयासों से संभव है।
मोबाइल का सीमित उपयोग और रचनात्मकता पर जोर
युवाओं को जागरूक करते हुए मुख्यमंत्री ने मोबाइल फोन के अत्यधिक उपयोग से बचने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि समय का उपयोग रचनात्मक गतिविधियों, अध्ययन और कौशल विकास में करना चाहिए। उन्होंने आगाह किया कि तकनीकी का इस्तेमाल करें, लेकिन तकनीकी से संचालित न हों।
नोबल विजेता कैलाश सत्यार्थी का प्रेरणादायक जीवन
मुख्यमंत्री ने मुख्य अतिथि और नोबल शांति पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी का स्वागत करते हुए उनके जीवन को प्रेरणादायक बताया। उन्होंने युवाओं को सत्यार्थी के जीवन से प्रेरणा लेने और रुचि के अनुसार कुछ नया करने का प्रयास करने का संदेश दिया।
पुरस्कार वितरण और पुस्तक विमोचन
समारोह में मुख्यमंत्री और कैलाश सत्यार्थी ने परिषद की उत्कृष्ट संस्थाओं, शिक्षकों, विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया। इस अवसर पर 200 पुरस्कार मंच से और 800 संस्थानों के माध्यम से वितरित किए गए। कार्यक्रम में शिक्षा शास्त्र विभाग की अध्यक्ष शिप्रा सिंह की पुस्तक ‘शिक्षा की भारतीय अवधारणा’ का विमोचन भी किया गया।