एक फरवरी से बदलेेगा शहर की मंडियों का नियम
जन एक्सप्रेस संवाददाता
कानपुर नगर। एक फरवरी से प्रदेश की सभी गल्ला व सब्जी मंडियों को ऑनलाइन कर दिया जाएगा। इसके बाद प्रवेश पर्ची से लेकर माल निकालने के लिए गेट पास तक सब ऑनलाइन होगा। इसके लिए नौबस्ता गल्ला मंडी व चकरपुर सब्जी मंडी में कवायद तेजी से चल रही है। कारोबारियों का स्टॉक फीड किया जा रहा है ताकि जब कारोबारी माल बेचने की अनुमति मांगें तो उनका स्टॉक देखा जा सके।
नौबस्ता गल्ला मंडी में करीब सात सौ कारोबारी पंजीकृत हैं वहीं चकरपुर सब्जी मंडी में 16 सौ के करीब सब्जी व फल विक्रेता पंजीकृत हैं। इन सभी कारोबारियों से कहा जा रहा है कि वे अपने स्टॉक को मंडी समिति कार्यालय में फीड करा लें ताकि उसके बाद जो माल उस कारोबारी के पास आए और जो वह बेचे, उसका पूरा डाटा मंडी समिति के पास रहे। पहले चरण में गल्ला मंडी के कारोबारियों का डाटा फीड किया जा रहा है। इसके बाद चकरपुर फल सब्जी मंडी के कारोबारियों का डाटा फीड होगा। वहां के लाइसेंसी कारोबारियों की डिटेल अभी ऑनलाइन फीड नहीं हैं, इसलिए पहले गल्ला मंडी का काम हो रहा है।
बता दें कि नौबस्ता गल्ला मंडी में जो भी माल आ रहा है, उसे कारोबारी के डाटा में ऑनलाइन ही फीड किया जा रहा है। प्रवेश पर्चीऑनलाइन ही कट रही है। इसके बाद माल बेचने के लिए किया जाने वाला आवेदन, गेट पास, माल बेचने की पर्ची ऑनलाइन करने की व्यवस्था चल रही है।
मंडी आने की नहीं पड़ेगी जरूरत
जो कारोबारी अपना माल बेचना चाहेगा उसे गेट पास बनवाने के लिए मंडी नहीं आना पड़ेगा। कारोबारी 5आर ऑनलाइन जारी करेगा। इसमें यह दर्ज होगा कि वह कौन सा माल कितना बेचना चाहता है। मंडी समिति के कर्मचारी ऑनलाइन ही देख लेंगे कि जितने माल को बेचने के लिए गेट पास मांगा जा रहा है कारोबारी के स्टॉक में उतना माल है या नहीं। अगर स्टॉक में उतना माल होगा तो कारोबारी को माल बेचने के लिए गेट पास जारी कर दिया जाएगा। इसके बाद कारोबारी 9आर फार्म के जरिए माल खरीदार को बेच सकेगा। मंडी समिति सचिव सुभाष सिंह ने व्यापारियों संग बैठक कर 25 जनवरी तक 50 फीसद कारोबारियों का स्टॉक ऑनलाइन करने का लक्ष्य तय किया है। इसके लिए मंडी कर्मियों के साथ व्यापारी भी मंडी में घूम कर लोगों को समझाएंगे कि अगर वे अपना स्टॉक ऑनलाइन फीड नहीं कराएंगे तो एक फरवरी से उन्हें माल बेचने के लिए गेट पास नहीं मिलेगा।