कानपुर

कानपुर में बनेंगे सेटेलाइट रेलवे स्टेशन

कानपुर : शहर का दायरा बढ़ता है तो जरूरतें बढ़ती हैं। ऐसे में शहर में सेटेलाइट स्टेशन भी बनाए जाएंगे। अमृत भारत योजना के काम छह माह में पूर्ण हो जाएंगे। गोविंदपुरी स्टेशन भी पूरी तरह तैयार होगा। उससे भी संभावनाएं हैं और यात्री सुविधाएं दोगुनी हो जाएंगी। उत्तर मध्य रेलवे के जीएम रवींद्र गोयल ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हर साल शहर का दायरा दो किमी बढ़ जाता है।

ऐसे में शहर का लोड देखते हुए सेटेलाइट स्टेशन बनाने होंगे। कहा कि गोविंदपुरी स्टेशन जाने वाला रास्ता बाधक बना है। इस पर अधिकारियों ने कालोनी से धर्मकांटा तक मुख्य मार्ग बनाने का प्रस्ताव दिया। उन्होंने विचार करने को कहा। उन्होंने कहा कि तीन माह में सर्कुलेटिंग एरिया का काम पूरा हो जाएगा। बाकी लिफ्ट, स्वचलित सीढ़ियों का काम अगले तीन माह में पूरा कर लिया जाएगा। छह माह में पूरा काम कराने का प्रयास है। उन्होंने कहा कि अक्टूबर 2026 तक गोविंदपुरी स्टेशन को बड़े स्तर पर डेवलप किया जाएगा।

सेंट्रल स्टेशन पर मौजूदा समय में 75 हजार यात्रियों का लोड है। इसे दोगुना करने का प्रयास है। स्टेशनों को मेट्रो से लिंक करने पर कहा कि इसका विशेष ध्यान दिया जाएगा। जीएम ने कहा कि भविष्य की यात्री आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए स्टेशनों को तैयार किया जा रहा है। जिससे सेंट्रल की ही तरह गोविंदपुरी और अनवरगंज स्टेशन पर यात्रियों को पूरी सुविधा मिले। इससे सेंट्रल के लोड पर भी कमी आएगी और दूसरे स्टेशन विकसित और तैयार होंगे।

लोको पायलट रनिंग रूम देखा, दिक्कतें सुनीं

उत्तर मध्य रेलवे के जीएम रवींद्र गोयल शुक्रवार सुबह 9.30 बजे स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस 12561 के विशेष कोच से प्लेटफार्म नंबर एक पर उतरे। उनके साथ प्रयागराज मंडल के डीआरएम हिमांशु बडोनी और मंडल के अन्य अधिकारी रहे। पहली बार निरीक्षण पर आए जीएम ने सबसे पहले न्यू लोको पायलट रनिंग रूम को देखा। कमरे, हॉल और रसोई घर का जायजा लिया। जीएम ने लोको पायलट से बातचीत की। लोको पायलट ने इटैलियन टॉयलेट से होने वाली समस्याएं बताईं। इस पर उन्होंने इंडियन टॉयलेट बनवाने के निर्देश दिए।

लोको पायलट एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने ड्यूटी से संबंधित रोस्टर और ड्यूटी चार्ट की दिक्कतों को रखा, जिसका जीएम ने निदान कराने का आश्वासन दिया। लोको पायलट एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा कि सर खाना तो ठीक मिलता है। क्वालिटी भी बेहतर रहती है, लेकिन कभी-कभी तकिया और चादर गंदे आ जाते हैं। इससे पहले जीएम ने रनिंग रूम के मेस और किचन का जायजा लिया।

 

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