माराचंद्रा… इंटरलॉकिंग निर्माण में खुलेआम मानकों की उड़ाई जा रही धज्जियां
घटिया मैटेरियल से किया जा रहा निर्माण
चित्रकूट, मानिकपुर।
मानिकपुर विकास खण्ड के माराचंद्रा ग्राम पंचायत में लाखों रुपए की लागत से करीब सौ मीटर इंटरलॉकिंग रोड का निर्माण ग्राम प्रधान द्वारा कराया जा रहा है, जिसमें हर स्तर पर मानकों की अनदेखी की जा रही है। खुलेआम धांधली कर सरकारी पैसों का दुरुपयोग किया जा रहा है। वही पंचायत सचिव से लेकर ब्लॉक के जिम्मेदार अधिकारी इसको लेकर लापरवाह बने हुए हैं।
माराचंद्रा ग्राम पंचायत के गौशाला में इंटरलॉकिंग रोड के निर्माण में बनाई जा रही फाउंडेशन में खुलेआम पीली ईंटों का प्रयोग किया जा रहा है, और जुडाई में भी भारी मात्रा में क्रेशर बालू का प्रयोग किया जा रहा है और इंटरलॉकिंग रोड के नीचे मिट्टी और पीलीं ईंटों की गिट्टी की कुटाई कराई जा रही है। जो मानकों के साथ खिलवाड़ है। कुल मिलाकर उक्त गांव में बन रहे इंटरलॉकिंग रोड के निर्माण में हर स्तर पर मानक विहीन कार्य कराकर बड़ी धांधली की जा रही है और सरकारी पैसों का दुरूपयोग किया जा रहा है। वहीं पंचायत सचिव से लेकर ब्लॉक के जिम्मेदार अधिकारी इसको लेकर लापरवाह बनें हुए हैं और निर्माण कार्य की मानटरिंग नहीं की जा रही है। परिणाम स्वरूप इंटरलॉकिंग रोड के निर्माण में जमकर धांधली की जा रही है, निर्माण कार्य शासन की मंशा के बिल्कुल विपरीत है, फिर भी कोई कार्यवाही नहीं की जा रही। कुल मिलाकर मानकों की दुहाई देने वाले ब्लॉक के अधिकारी इस ओर जानबूझकर नजर अंदाज बने हुए है जैसे उन्हें कुछ मालूम ही नहीं है। फिलहाल अब देखना यह होंगा कि मामले में कोई कार्रवाई की जाती है या ऐसे ही मामले को टाल दिया जाएगा।